Samachar Nama
×

समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधान

पश्चिम दिशा दोष दूर करने के लिए इस दिशा में पानी का फव्वारा लगाना शुभ रहता हैं। इसके साथ ही पश्चिम दिशा में शनि के यंत्र की भी स्थापना की जा सकती हैं। गृह स्वामी को चाहिए कि वह इस दिशा को ऊंचा रखे और इस दिशा को वर्गाकार या फिर आयाताकार रखें। पश्चिमी दिशा में भारी पौधे लगाने से भी मनुष्य को इसका लाभ प्राप्त होता हैं। वायव्य दिशा दोष को दूर करने के लिए इस दिशा में मारुतिदेव की तस्वीर लगानी चाहिए। वायु देव या फिर चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करने से भी मनुष्य को लाभ प्राप्त होता हैं।
समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधान

हर व्यक्ति के जीवन में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं, वही यह भी माना जाता हैं, कि वास्तुशास्त्र अगर सही होता हैं, तो व्यक्ति के जीवन में हमेशा ही सुख और शांति बनी रहती हैं। वही आज हम आपको वास्तु में दिशा दोष के और उनके समाधान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जान कर आप भी अपने जीवन में सुख और शांति ला सकते हैं तो आइए जानते हैं कि वो कौने से समाधान हैं।समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधान

वास्तु के मुताबिक पश्चिम दिशा दोष दूर करने के लिए इस दिशा में पानी का फव्वारा लगाना शुभ रहता हैं। वही इसके साथ ही साथ पश्चिम दिशा में शनि के यंत्र की भी स्थापना की जा सकती हैं। वही ज्योतिष के मुताबिक स्थापना के वक्त प्रार्थना करके शुभ काय्र करना चाहिए। वही गृह स्वामी को चाहिए कि वह इस दिशा को ऊंचा रखे और इस दिशा को वर्गाकार या फिर आयाताकार रखें। समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधानवही पश्चिमी दिशा में भारी पौधे लगाने से भी मनुष्य को इसका लाभ प्राप्त होता हैं। इसी तरह घर में वायव्य दिशा दोष को दूर करने के लिए इस दिशा में मारुतिदेव की तस्वीर लगानी चाहिए। वही भगवान हनुमान जी की तस्वीर भी इस दिशा में लगाई जा सकती हैं वही खुला स्थान हो तो यहां पर ऐसा पेड़ लगाना चाहिए। जिसके पत्ते मोटे हो और वायु देव या फिर चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करने से भी मनुष्य को लाभ प्राप्त होता हैं।समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधान

वही इस दिशा में ताजे पुष्पों का गमला लगाना चाहिए। वही परिवार में मां का आदर करें और उनका चरण छूकर आशीर्वाद लें। इस दोष के निवारण के लिए सोमवार को शिवलिंग पर जल अवश्य ही ​चढ़ाना चाहिए।

पश्चिम दिशा दोष दूर करने के लिए इस दिशा में पानी का फव्वारा लगाना शुभ रहता हैं। इसके साथ ही पश्चिम दिशा में शनि के यंत्र की भी स्थापना की जा सकती हैं। गृह स्वामी को चाहिए कि वह इस दिशा को ऊंचा रखे और इस दिशा को वर्गाकार या फिर आयाताकार रखें। पश्चिमी दिशा में भारी पौधे लगाने से भी मनुष्य को इसका लाभ प्राप्त होता हैं। वायव्य दिशा दोष को दूर करने के लिए इस दिशा में मारुतिदेव की तस्वीर लगानी चाहिए। वायु देव या फिर चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करने से भी मनुष्य को लाभ प्राप्त होता हैं। समझिए दिशाओं के दोष और उनका समाधान

Share this story