मेन्टल डिस ोदर से बाहर निकलने में मदद करेंगे यह उपाय
जयपुर । मेंटल डिस ओडर दिमाग से जुड़ी एक बीमारी का नाम है । हम इसको मानसिक असंतुलन भी कहते है । भारत में आज भी कई लोग हैं जो इस बीमारी से जुंझ रहे हैं पर उनको इस बीमारी की जानकारी नही है ।मेंटल डिसऑर्डर को लेकर आज भी भारत में बहुत कम जागरूकता है।
इस वजह से अक्सर इलाज तब शुरू हो पाता है जब स्थिति काफी बिगड़ जाती है। ऐसे में ज्यादा दवाइयां और अन्य उपायों का सहारा लेकर मरीज के डिसऑर्डर को दूर करने की कोशिश की जाती है। यह इलाज लंबा या जिंदगीभर चल सकता है। इतना ही नही यदि इसका पता शुरुआत में ही लग जाए तो इसका इलाज़ आसानी से हो सकता है । पर यदि इसमें देर हो जाये तो रोगी को बहुत परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है ।
दुखी महसूस करना और किसी चीज से खुशी न मिलना, किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना, बहुत ज्यादा डर लगना और चिंता होना ,मूड में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव ,दोस्तों और ऐक्टिविटीज से दूर होना ,सोने में परेशानी, थकान महसूस करना और ऊर्जा में कमी आना , रिऐल्टी से दूर होना और इमेजिनेशन का सोच पर हावी होना व उसको रिऐल्टी समझना , रोजमर्रा की परेशानियों का सामना करने में परेशानी ,दूसरों की स्थिति को समझने में परेशानी आना ।
ड्रग्स लेना या शराब का बहुत ज्यादा सेवन ,खाने की आदतों में बदलाव आना ,बहुत ज्यादा गुस्सा आना, चीजें तोड़ना, मारना ,आत्महत्या का ख्याल आना या खुद को नुकसान पहुंचाना इतना ही नही कई बार इसके लक्षण फिजिकली भी दिखाई देते हैं । इससे गुजरने वाले व्यक्ति को पेट में दर्द, खाने में दिक्कत, मोशन में दिक्कत, पीठ में दर्द, सिरदर्द जैसी परेशानियां होती हैं।
कैसे करें इसको ठीक ?
इस बीमारी से खुद को भी निकालने की बहुत ज्यादा जरूरत होती है हमारी विल पावर का हमारी बीमारियों में बहुत बड़ा योगदान है । आपको साइकोलोजिस्ट की सालह लेने की बहुत जरूरत होती है । साथ ही जो दवाएं दी जाती है उनका सेवन करने के साथ ही आपको योगा , मेडिटेशन और खेलों में भी अपनी रुचि डालनी होगी इससे जल्द से जल्द अप इस परेशानी से निकाल सकते हैं ।