जयपुर। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह पार्टी के समर्थकों की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पार्टी को चंदा देने वालो की सूची अब अपनी वेबसाइट पर नहीं डालेगी। आप के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा विशेष रूप से चुनाव से पहले भारत और विदेशी देशों से दाताओं की कई शिकायतें आई है। कई दाताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें आम आदमी पार्टी में योगदान न देने के लिए कहा गया है।
राय ने कहा, “हमारे वित्तीय लेनदेन को पारदर्शी बनाना हमारा प्राथमिक एजेंडा था, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी हमारी ज़िम्मेदारी है कि हमारे साथ खड़े लोगों को किसी भी उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़े।” दिल्ली कैबिनेट के मंत्री राय ने कहा कि विवरण आयकर विभाग को समय-समय पर जमा किए जाएंगे।
आपको बता दे की इससे पहले 2106 में भी पार्टी ने अस्थायी रूप से चंदा देने वालो की सूची को हटा दिया था। चुनाव अभियानों के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उनकी आलोचना के बाद सूची फिर से अपलोड की गई थी।
आपको बता दे की इस साल जनवरी में, केंद्रीय कर बोर्ड ने चुनाव आयोग को पार्टी के वास्तविक और रिपोर्ट में दिए गए चंदे में कथित विसंगतियों की ओर इशारा किया था । 27 नवंबर, 2017 को आप को नोटिस में, आयकर विभाग ने दावा किया कि पार्टी ने 13 करोड़ रुपये की आय का खुलासा नहीं किया था और 462 दाताओं के विवरण भी दर्ज नहीं किए थे। बताया गया था की इन दाताओं ने 6.26 करोड़ रुपये दिए है।