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इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

कछुए वाली अंगूठी पहनने से पहले इसे शुक्रवार को ही चांदी के धातु में बनवाना या खरीदना चाहिए। इस अंगूठी को पहनने के लिए शुभ दिन शुक्रवार माना गया है। इस अंगूठी को गंगाजल से अभिषिक्त कर लक्ष्मी के बीज मंत्र का 108 बार जाप करे यदि संभव हो धारण करने के क्रम में भी लक्ष्मी के मंत्र का जाप कर सकते हैं। कछुए वाली अंगूठी को धारण करने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कछुए का सिर वाला हिस्सा पहनने वाले की ओर होना चाहिए।
इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

जयपुर। ज्योतिष शास्त्र में जीवन की परेशानियों का कुछ न कुछ उपाय हर जगह मिलता है। जिन उपायों को जीवन में अपनाने से कई सारी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। आज हम इस लेख में ज्योतिष के अंतर्गत आने वाला एक ऐसा ही उपाय आपको बता रहें हैं। जिस उपाय को करने से जीवन की कई सारी परेशानियों का अंत होता है।

इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

इस सरल से उपाय को करने में आपको कुछ नहीं करना है बस कछुए की अंगूठी को किसी शुभ दिन धारण करना है। छोटी सी कछुए की अंगूठी जीवन की सभी परेशानियों को खत्म कर देती है। इसके साथ ही ज्योतिष में भी कछुए को लेकर कई सारी मान्यतांए हैं, हिन्दू शास्त्रों में कछुए को भगवान विष्णु  और माता लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है।इस कारण से इसकी अंगूठी धारण करने से कई लाभ मिलते हैं साथ ही इसे धारण करने के संबंध में कई मान्यताएं भी है।

इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

  • कछुए को भगवान विष्णु का कच्छप अवतार माना जाता है। कछुए की अंगूठी पहनने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
  • कछुए वाली अंगूठी को वास्तुशास्त्र में भी काफी महत्त्व दिया गया है। वास्तुशास्त्र में कछुआ सकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना गया है। इसकारण से इसे धारण करने से जीवन में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।

इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

  • ज्योतिष के अनुसार कछुए की अंगूठी को उन्नति का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस अंगूठी को पहनने से उन्नति के सभी मार्ग खुल जाते हैं।
  • कछुए की अंगूठी पहनने से व्यक्ति में आत्मविश्वास और उर्जा का संचार अत्यधिक होता है। साथ ही धन लाभ के लिए भी कछुए की अंगूठी धारण की जाती है। ऐसी मान्यता है कि कछुए वाली अंगूठी पहनने से माता लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं।

इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

  • कछुए वाली अंगूठी पहनने से पहले इसे शुक्रवार को ही चांदी के धातु में बनवाना या खरीदना चाहिए। इस अंगूठी को पहनने के लिए शुभ दिन शुक्रवार माना गया है।

 

कछुए वाली अंगूठी पहनने से पहले इसे शुक्रवार को ही चांदी के धातु में बनवाना या खरीदना चाहिए। इस अंगूठी को पहनने के लिए शुभ दिन शुक्रवार माना गया है। इस अंगूठी को गंगाजल से अभिषिक्त कर लक्ष्मी के बीज मंत्र का 108 बार जाप करे यदि संभव हो धारण करने के क्रम में भी लक्ष्मी के मंत्र का जाप कर सकते हैं। कछुए वाली अंगूठी को धारण करने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कछुए का सिर वाला हिस्सा पहनने वाले की ओर होना चाहिए। इस विधि से धारण करे कछुए वाली अंगूठी को

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