ट्रेफिक जाम बन रहा है लोगों में कमर और एडी के दर्द का बड़ा कारण
जयपुर । बड़े शहरो में ज़्यादातर लोगों की जिंदगी का समय ट्राफिक के बीच ही निकल जाता है । जितना बड़ा शहर उतना ही ज्यादा ट्राफिक , ऊपर से लगातार बढ़ती गाडियाँ भी इसको और ज्यादा बढ़ावा दे रहा है । इतना ही नही इन गाड़ियों से निकला धुआँ भी हमारे लिए बहुत ही ज्यादा घातक बन रहा है ।
जाम लोगों की स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है। ड्राइविंग करने वाले लोगों को कमर दर्द, गर्दन में दर्द, एड़ियों और पैरों में दर्द आम हो गया है, लेकिन यह दर्द केवल ड्राइविंग के कारण नहीं है। यह दर्द उनको ज्यादा परेशान कर रहा है कि जो घंटों के जाम में ड्राइव करके घर से ऑफिस और ऑफिस से घर का सफर तय करते हैं।
जाम के चलते कुछ समय का रास्ता भी कई घंटों में तय होता है। ऐसे में काफी समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने, बार-बार क्लच व ब्रेक मारने से धीरे-धीरे ही सही, लेकिन इसका असर सेहत पर पड़ने लगता है। लोगों में इससे पैर और एड़ियों में दर्द की समस्या आम हो गई है। कई मामलों में कमर दर्द की शिकायत भी सामने आई है।
लगातार सामने देखने के चलते गर्दन का दर्द भी लोगों प्रमुख समस्या बनता जा रहा है। लोग भी अब इसके आदि भी बनते जा रहे हैं। शुरुआत में वह समझ भी नहीं पाते, लेकिन बाद में यह बड़ी समस्या के रूप में सामने आती है। यह दिक्कत अब 20 से 40 वर्ष के युवाओं में आ रही है। लोग कहते हैं कि ड्राइविंग जीवनशैली का एक हिस्सा बन चुकी है इसलिए इसे छोड़ना संभव नहीं है।
लॉन्ग ड्राइविंग परेशानी का कारण नहीं है, लेकिन कुछ किलोमीटर की दूरी को ट्रैफिक के साथ पार करना परेशानी का सबब बन रहा है। जाम में लगातार ड्राइविंग करने से हाथों और गर्दन का दर्द सर्वाइकल का रूप ले सकता है। वहीं, लगातार एक स्थिति में बैठे रहते से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन स्लो पड़ जाता है। जिसके कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।