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xinchiang के गांव को पुनर्जीवित करता पारंपरिक एटलस सिल्क

चीन का सुदूर पश्चिमी शिनच्यांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र अपने एटलस सिल्क के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह रेशम मुख्य रूप से शिनच्यांग के होटन क्षेत्र में स्थित चीया गांव में बनता है। इस रेशम का वजूद करीब 2 हजार साल पहले का है। दरअसल, उइगर भाषा में एटलस शब्द का अर्थ होता है टाई-डाई सिल्क।
xinchiang के गांव को पुनर्जीवित करता पारंपरिक एटलस सिल्क

चीन का सुदूर पश्चिमी शिनच्यांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र अपने एटलस सिल्क के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह रेशम मुख्य रूप से शिनच्यांग के होटन क्षेत्र में स्थित चीया गांव में बनता है। इस रेशम का वजूद करीब 2 हजार साल पहले का है। दरअसल, उइगर भाषा में एटलस शब्द का अर्थ होता है टाई-डाई सिल्क। आजकल, उन्नत तकनीकों, अधिक उत्तम शिल्प कौशल और विविध डिजाइनों के साथ, एटलस सिल्क को एक मूल्यवान वस्तु का खिताब प्राप्त है, जो अभी भी नए रेशम मार्ग के साथ लोकप्रिय है।

हालांकि, साल 2008 में, एटलस सिल्क को चीन के राष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में सूचीबद्ध किया गया, लेकिन इस कला के लुप्त होने का खतरा बना हुआ है।

होटन के चीया गांव में स्थित एटलस सिल्क कारखाने में, हर रोज हजारों लोग रंगीन रेशम वस्त्र खरीदने के लिए आते हैं और कोकून के उबलने से लेकर रेशम की रंगाई और बुनाई तक की पूरी प्रक्रिया देखते हैं।

बेहद नरम, चिकना और चमकीले रंग का एटलस रेशम लंबे समय से शिनच्यांग की सभी विभिन्न जातियों की महिलाओं की पसंद बना हुआ है। त्योहारों पर अकसर महिलाएं एटलस सिल्क से बने कपड़े पहनकर नाच-गान और हर्षोल्लास करती हैं।

प्राचीन काल में, होटन क्षेत्र पुराने रेशम मार्ग का एक प्रमुख केंद्र था, और शिनच्यांग के तीन रेशम शहरों में से एक के रूप में सुविख्यात था। चीन के हान राजवंश से थांग राजवंश तक, इस क्षेत्र में रेशम व्यापार अत्यधिक समृद्ध रहा, और यहां से रेशम को मध्य एशिया, मध्य-पूर्व और भूमध्यसागरीय देशों में ले जाया जाता था।

पिछले कुछ वर्षों में, एटलस सिल्क के उत्पादन में ब्रोकेड, कढ़ाई और रंगाई की तकनीकों का संयोजन रहा है। आजकल चीया गांव में लगभग हर घर में एटलस सिल्क बनाया जाता है।

इस एटलस सिल्क कारखाने में स्थानीय उइगर लोगों को पारंपरिक लकड़ी के करघे पर कताई, रंगाई और बुनाई करते हुए देखा जाता है। इस कारखाने में लगभग 300 वर्ग मीटर का एक प्रदर्शनी हॉल है, जहां पर्यटकों को रेशम बनाने की कारीगरी दिखायी जाती है।

यह कारखाना हर साल यह रेशम के कपड़ों का 45,000 से अधिक रोल का उत्पादन करता है, जो पाकिस्तान, सऊदी अरब, तुर्की, जर्मनी, अमेरिका, जापान आदि देशों में निर्यात करता है। वैसे भी, चीन के बेल्ट एंड रोड पहल ने एटलस सिल्क के लिए बिक्री चैनलों को और व्यापक बना दिया है।

परंपरा और फैशन को मिलाकर, होटन के स्थानीय लोग एक आशाजनक भविष्य देखते हैं। यह न केवल एटलस की पारंपरिक तकनीक के बारे में होगा, बल्कि उनके खुद के करियर के अवसरों के बारे में भी होगा।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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