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मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....

कल आषाढ़ मास की शुक्लपक्ष पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन से गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। गुप्त नवरात्रों में देवी की पूजा की जाती है। इस साल गुप्त नवरात्रि कल 3 जुलाई से शुरु होने जा रहे हैं। इस दिन लोग मां दुर्गा का आर्शिवाद प्राप्त करने के लिए लोग देवी मां की विधि विधान से पूजा करते हैं। तथा जीवन में सुख-शांति, धन, प्राप्त करने के लिए नवरात्रों में दुर्गा कीलक स्तोत्रम, का पाठ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसके पाठ से देवी मां जल्दी प्रसन्न हो जाती है। तथा अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती है। आज हम आफके लिए इस आर्टिकल में देवी मां दुर्गा को प्रसन्न करने तथा उनकी कृपा पाने के लिए दुर्गा कीलक स्तोत्रम लेकर आए हैं। नवरात्रों में हर दिन दुर्गा कीलक स्तोत्रम के पाठ मात्र से आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....

जयपुर। कल आषाढ़ मास की शुक्लपक्ष पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन से गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। गुप्त नवरात्रों में देवी की पूजा की जाती है। इस साल गुप्त नवरात्रि कल 3 जुलाई से शुरु होने जा रहे हैं। इस दिन लोग मां दुर्गा का आर्शिवाद प्राप्त करने के लिए लोग देवी मां की विधि विधान से पूजा करते हैं। तथा जीवन में सुख-शांति, धन, प्राप्त करने के लिए नवरात्रों में दुर्गा कीलक स्तोत्रम, का पाठ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसके पाठ से देवी मां जल्दी प्रसन्न हो जाती है। तथा अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती है। आज हम आफके लिए इस आर्टिकल में देवी मां दुर्गा को प्रसन्न करने तथा उनकी कृपा पाने के लिए दुर्गा कीलक स्तोत्रम लेकर आए हैं। नवरात्रों में हर दिन दुर्गा कीलक स्तोत्रम के पाठ मात्र से आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....
ॐ अस्य श्री कीलक स्तोत्र महामंत्रस्य। शिव ऋषि:। अनुष्टुप् छन्द:। महासरस्वती देवता। मंत्रोदित देव्यो बीजम्।
नवार्णो मंत्रशक्ति। श्री सप्तशती मंत्र स्तत्वं स्री जगदम्बा प्रीत्यर्थे सप्तशती पाठाङ्गत्वएन जपे विनियोग:।

ॐ नमश्चण्डिकायै

मार्कण्डेय उवाच-

ॐ विशुद्धज्ञानदेहाय त्रिवेदीदिव्यचक्षुषे।
श्रेयःप्राप्तिनिमित्ताय नमः सोमार्धधारिणे।।1।।

सर्वमेतद्विजानीयान्मंत्राणामभिकीलकम्।
सोऽपि क्षेममवाप्नोति सततं जप्यतत्परः।।2।।

सिद्ध्यन्त्युच्चाटनादीनि वस्तूनि सकलान्यपि।
एतेन स्तुवतां देवीं स्तोत्रमात्रेण सिद्धयति।।3।।

न मंत्रो नौषधं तत्र न किञ्चिदपि विद्यते।
विना जाप्येन सिद्ध्येत सर्वमुच्चाटनादिकम्।।4।।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....
समग्राण्यपि सिद्धयन्ति लोकशङ्कामिमां हरः।
कृत्वा निमंत्रयामास सर्वमेवमिदं शुभम्।।5।।

स्तोत्रं वै चण्डिकायास्तु तच्च गुप्तं चकार सः।
समाप्तिर्न च पुण्यस्य तां यथावन्निमंत्रणाम्।।6।।

सोऽपि क्षेममवाप्नोति सर्वमेव न संशयः।
कृष्णायां वा चतुर्दश्यामष्टम्यां वा समाहितः।।7।।

मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....
ददाति प्रतिगृह्णाति नान्यथैषा प्रसीदति।
इत्थं रूपेण कीलेन महादेवेन कीलितम्।।8।।

यो निष्कीलां विधायैनां नित्यं जपति संस्फुटम्।
स सिद्धः स गणः सोऽपि गन्धर्वो जायते नरः।।9।।

न चैवाप्यटतस्तस्य भयं क्वापीह जायते।
नापमृत्युवशं याति मृतो मोक्षमवाप्नुयात्।।10।।

ज्ञात्वा प्रारभ्य कुर्वीत न कुर्वाणो विनश्यति।
ततो ज्ञात्वैव सम्पन्नमिदं प्रारभ्यते बुधैः।।11।।

सौभाग्यादि च यत्किञ्चिद् दृश्यते ललनाजने।
तत्सर्वं तत्प्रसादेन तेन जप्यमिदम् शुभम्।।12।।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....
शनैस्तु जप्यमानेऽस्मिन् स्तोत्रे सम्पत्तिरुच्चकैः।
भवत्येव समग्रापि ततः प्रारभ्यमेव तत्।।13।।

ऐश्वर्यं तत्प्रसादेन सौभाग्यारोग्यसम्पदः।
शत्रुहानिः परो मोक्षः स्तूयते सा न किं जनैः।।14।।

।।इति श्रीभगवत्याः कीलकस्तोत्रं समाप्तम्।।

कल आषाढ़ मास की शुक्लपक्ष पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन से गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। गुप्त नवरात्रों में देवी की पूजा की जाती है। इस साल गुप्त नवरात्रि कल 3 जुलाई से शुरु होने जा रहे हैं। इस दिन लोग मां दुर्गा का आर्शिवाद प्राप्त करने के लिए लोग देवी मां की विधि विधान से पूजा करते हैं। तथा जीवन में सुख-शांति, धन, प्राप्त करने के लिए नवरात्रों में दुर्गा कीलक स्तोत्रम, का पाठ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसके पाठ से देवी मां जल्दी प्रसन्न हो जाती है। तथा अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती है। आज हम आफके लिए इस आर्टिकल में देवी मां दुर्गा को प्रसन्न करने तथा उनकी कृपा पाने के लिए दुर्गा कीलक स्तोत्रम लेकर आए हैं। नवरात्रों में हर दिन दुर्गा कीलक स्तोत्रम के पाठ मात्र से आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें कीलक स्तोत्र का पाठ ....

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