Samachar Nama
×

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवन

जयपुर।कोरोना संक्रमण के दौर में शरीर को बीमारियों से दूर रखना बेहद जरूरी है।ऐसे में आप अपनी डाइट में गिलोय को शामिल कर कई प्रकार की बीमारियों के संक्रमण से बच सकते है।गिलोय एक खास प्रकार की आयुर्वेदिक औषधी है, जिसमें कॉपर, कैल्शियम, जिंक, मैगनीज, एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे गुण पाएं जाते है। जो
शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवन

जयपुर।कोरोना संक्रमण के दौर में शरीर को बीमारियों से दूर रखना बेहद जरूरी है।ऐसे में आप अपनी डाइट में गिलोय को शामिल कर कई प्रकार की बीमारियों के संक्रमण से बच सकते है।गिलोय एक खास प्रकार की आयुर्वेदिक औषधी है, जिसमें कॉपर, कैल्शियम, जिंक, मैगनीज, एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे गुण पाएं जाते है।

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवनजो हमारे शरीर को पोषण देकर शरीर में सूजन, दर्द, पाचन संबंधित समस्या और रक्त शोधन जैसी समस्याओं से दूर रखने में मदद करते है।गिलोय के जूस का सेवन करने से हमारा शरीर स्वस्थ बना रहता है।गिलोय के जूस का सेवन करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, जिससे हमारा शरीर जल्दी किसी भी बीमारी से संक्रमित नही हो पाता है।

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवनगिलोय का सेवन करने से अस्थमा या दमा की बीमारी से छुटकारा मिलता है।इसलिए अस्थमा या दमा के मरीजो को गिलोय के जड़ चबाने की सलाह दी जाती है।गिलोय का सेवन करने से कफ आना, गले में घरघराहट और सांस संबंधी समस्याएं दूर होती है।

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवनइसके अलावा प्रतिदिन गिलोय जूस का सेवन करने से पीलिया रोग हमारे शरीर से दूर रहता है।साथ पीलिया रोग की समस्या होने पर आप गिलोय की पत्तियों को सूखाकर इसका चूर्ण बना लें।फिर आप इस चूर्ण के सेवन पानी में डाल कर या फिर इस चूर्ण की गोलिया बना कर करें।

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए, आप प्रतिदिन करें गिलोय जूस का सेवनइससे हमारे शरीर में बढ़ती से पीलिया रोग की बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है।हालांकि गिलोय का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लाभदायक होता है, लेकिन इसका सेवन पर्याप्त मात्रा में ही करें।क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याओं के बढ़ने का खतरा रहता है।

Share this story