ऐसे लोगो से कभी नहीं हटती शनिदेव की अशुभ छाया, जो करते है इस तरह पूजा
शनिदेव का नाम आते ही अक्सर मन किसी अनिष्ट की आशंका से घबराने लगता हैं। शनि को यम काल दुख दारिद्रय तथा मंद कहा जाता हैं। किसी भी परेशानी, संकट, दुर्घटना, आर्थिक नुकसान के होने पर यह मान लेते हैं,कि शनि की अशुभ छाया पड़ी हैं। ऐसे में शनिदेव को हमेशा प्रसन्न रखने की ही कोशिश करनी चाहिए। शनिदेव प्रसन्न रहें। इसके लिए ज्यादातर लोग शनि देव की पूजा करते हैं। मगर कुछ ऐसी बातें हैं,जिनका ध्यान आपको अवश्य ही रखना चाहिए। जिससे शनि की कुदृष्टि आप पर ना पड़ने पाएं।
शनि की पूजा में न करें लाल रंग का प्रयोग—
शनि की पूजा में कभी भी भूलकर लाल रंग के फूल या कोई सामाग्री का प्रयोग नहीं करना चाहिए। लाल रंग मंगल का प्रतीक हैं, और मंगल के साथ शनि की शत्रुता हैं। शनि की पूजा में हमेशा ही नीले या फिर काले रंग का प्रयोग करना चाहिए।
पश्चिम दिशा में करें शनि की पूजा—
शनि की पूजा में दिशा का खास महत्व होता हैं। शनि को पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता हैं। इसलिए शनि की पूजा करते वक्त इस बात का ध्यान अवश्य ही रखना चाहिए कि आपका मुख पश्चिम दिशा की ओर ही होना चाहिए।
शनिदेवी की आंखों में न देखें—
किसी पर भी अगर शनि की दृष्टि पड़ जाती है,तो उसकी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। ऐसे में कभी भी शनिदेव की मूर्ति के सामन खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा पूजा के दौरान भूलकर भी कभी शनिदेव की आंखों में नहीं देखना चाहिए।