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सिर कटने के 15 दिन बाद भी ज़िन्दा है यह मुर्गा

जयपुर। कुछ साल पहले ही एक 70 साल के चमत्कारी मुर्गे की कहानी दुनिया के सामने आई थी। जिसमें वह मुर्गा अपना सिर कटने के 18 महीने बाद तक भी जीवित रहा था। लोगों ने उसे मिरेकिल माइक नाम दे दिया था। अब हाल ही में एक और नया मुर्गा ऐसे ही मामले की वजह
सिर कटने के 15 दिन बाद भी ज़िन्दा है यह मुर्गा

जयपुर। कुछ साल पहले ही एक 70 साल के चमत्कारी मुर्गे की कहानी दुनिया के सामने आई थी। जिसमें वह मुर्गा अपना सिर कटने के 18 महीने बाद तक भी जीवित रहा था। लोगों ने उसे मिरेकिल माइक नाम दे दिया था। अब हाल ही में एक और नया मुर्गा ऐसे ही मामले की वजह से चर्चा में है। यह मुर्गा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चुका है। खास बात यह है कि पिछले 15 दिनों से बिना सिर के यह मुर्गा जीवित है।सिर कटने के 15 दिन बाद भी ज़िन्दा है यह मुर्गा

जी हां, सुनने में थोड़ा अजीब है लेकिन यह सच है कि 15 दिन पहले इस मुर्गे का सिर कट चुका है। लेकिन यह अभी भी जिंदा है। सोशल मीडिया पर इस मुर्गे की जीने की लालसा को देखते हुए इसे ट्रू वॉरियर यानी असली योद्धा नाम दिया गया है। हम आपको बता दे कि यह मुर्गा थाईलैंड के रचाबुरी इलाके में मिला है।सिर कटने के 15 दिन बाद भी ज़िन्दा है यह मुर्गा

लोगों के अनुसार किसी दुर्घटना में इस मुर्गे का सिर कट गया था। तब से यह बिना सिर के ही घूम रहा है। हालांकि सबको यही लगा के यह एक दो दिन में मर जाएगा। लेकिन 15 दिनों से यह मुर्गा इसी हाल में घूम रहा है। एक वेटेनरी डॉक्टर ने जब मुर्गे की यह हालत देखी तो उन्होंने इसका इलाज किया। अब यह मुर्गा एकदम स्वस्थ और जीवित है।सिर कटने के 15 दिन बाद भी ज़िन्दा है यह मुर्गा

स्‍थानीय बौद्ध मठ के भिक्षुओं ने इस मुर्गे को गोद ले लिया है। बता दे कि अब इस मुर्गे को सिरिंज की मदद से खाना खिलाया जा रहा है। वैसे चिकित्‍सकों की माने तो अभी भी मुर्गा खतरे से बाहर नही है। क्योंकि गर्दन पर गंभीर घाव की वजह से उसकी जबान बहुत जल्दी सूख जाती है। अगर यही हाल रहा तो एक दिन यह जुझांरू मुर्गा भी मौत की नींद सो सकता है। फिलहाल तो यह मुर्गा पूरी दुनिया में ट्रू वॉरियर के नाम से मशहूर हो चुका है।

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