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मलेशियन ओपन में इस बार बेहतर आत्मविश्वास के साथ जा रहा हूं : अजितेश

भारत के युवा गोल्फ खिलाड़ी अजितेश संधू ने पिछले साल मलेशियन ओपन में शिरकत की थी लेकिन ज्यादा सफल नहीं हो सके थे। संधू इस बार भी मलेशियन ओपन में हिस्सा लेने जा रहे लेकिन एक बेहतर खिलाड़ी के रूप में और बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ। मलेशियन ओपन, जिसे मैबैंक चैम्पियनशिप के नाम से
मलेशियन ओपन में इस बार बेहतर आत्मविश्वास के साथ जा रहा हूं : अजितेश

भारत के युवा गोल्फ खिलाड़ी अजितेश संधू ने पिछले साल मलेशियन ओपन में शिरकत की थी लेकिन ज्यादा सफल नहीं हो सके थे। संधू इस बार भी मलेशियन ओपन में हिस्सा लेने जा रहे लेकिन एक बेहतर खिलाड़ी के रूप में और बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ। मलेशियन ओपन, जिसे मैबैंक चैम्पियनशिप के नाम से भी जाना जाता है, की शुरुआत 21 मार्च से हो रही है जो 24 मार्च तक चलेगी। संधू शनिवार को मलेशिया के लिए रवाना होंगे।

मलेशिया ओपन के बाद संधू को इंडियन ओपन-2019 में हिस्सा लेना है जो गुरुग्राम के डीएलएफ गोल्फ एंड कंट्री कोर्स पर 28 से 31 मार्च तक खेला जाएगा।

संधू ने गुरुवार को इंडियन ओपन की घोषणा के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि वह दोनों टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार हैं।

संधू ने कहा, “मेरी तैयारी अच्छी है। सबसे अच्छी बात यह है कि मुझे एक सप्ताह का आराम मिला है। मैं चंडीगढ़ में अपने कोच के साथ अभ्यास कर रहा हूं। कुछ चीजें हैं जिन पर काम करने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “मैं पहले मलेशियन ओपन में खेल चुका हूं। पिछली बार की अपेक्षा अब मैं पहले से बेहतर और ज्यादा आत्मविश्वासी हूं। पिछले साल मुझे व्यस्त कार्यक्रम के कारण अपने खेल पर काम करने का मौका नहीं मिला था लेकिन इस बार मेरे पास समय था।”

संधू को भारत लौटने के बाद इंडियन ओपन में खेलना है। लगातार दो टूर्नामेंट में खेलने से होने वाली थकान के बारे में पूछने पर इस युवा गोल्फ खिलाड़ी ने कहा, “नहीं, ऐसा नहीं है। दो-तीन सप्ताह सही हैं। टूर्नामेंट खेलने से आप हमेशा तैयार रहते हैं। इस सप्ताह मुझे आराम मिल चुका है, लेकिन हां जब आप चार सप्ताह लगातार खेलते हैं तो परेशानी होती है।”

संधू ने बीते साल पैनासोनिक ओपन में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन करीब आकर खिताब से चूक गए थे। इस पर संधू ने कहा, “आखिर में किस्मत ने मेरा साथ नहीं दिया था। यही गोल्फ है। जीतने के लिए आपको चारों दिन बेहतर खेलना होगा और थोड़ी बहुत किस्मत की भी जरूरत पड़ती है।”

इंडियन ओपन डीएलएफ गोल्फ कोर्स पर खेला जाना है। इस कोर्स के बारे में उन्होंने कहा, “यह हमेशा की तरह शानदार होगा। पहले हमें इस पर खेलने में परेशानी होती थी लेकिन अब आदत पड़ गई है। यह बेहद मुश्किल चुनौती है। भारत में खेलना का अलग ही अहसास होता है। घर, घरवालों, दोस्तों के होने से फायदा तो मिलता ही है।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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