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एलियन की खोज करेगा यह अंतरिक्ष अभियान, जुटाएगा कई सबूत

जयपुर। किसी शायर ने यूंही नहीं कहा है कि सितारों के आगे जहां और भी है, अभी इश्क़ के इम्तिहां और भी हैं। जी हां, इस शेर से यह बात तो जाहिर हो जाती है कि हमारे सौरमंडल के बाहर भी अन्य ग्रहों पर कोई अलग दुनिया पाई जा सकती है। एलियन की खोज में
एलियन की खोज करेगा यह अंतरिक्ष अभियान, जुटाएगा कई सबूत

जयपुर। किसी शायर ने यूंही नहीं कहा है कि सितारों के आगे जहां और भी है, अभी इश्क़ के इम्तिहां और भी हैं। जी हां, इस शेर से यह बात तो जाहिर हो जाती है कि हमारे सौरमंडल के बाहर भी अन्य ग्रहों पर कोई अलग दुनिया पाई जा सकती है। एलियन की खोज में कई सालों से अंतरिक्ष अभियान चलाए जा चुके हैं। इस बार फिर नासा ने एक नया अभियान भेजने का मन बनाया है। दूसरे ग्रहों पर जीवन तलाशने के लिए जल्द ही नासा द्वारा एक नया उपग्रह भेजा जाएगा।एलियन की खोज करेगा यह अंतरिक्ष अभियान, जुटाएगा कई सबूत

इस अभियान को दी ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (टीईएसएस) नाम दिया गया है। हमें मिली जानकारी के मुताबिक यह उपग्रह फ्लोरिडा के केप कैनवेरल एयर फोर्स स्टेशन के स्पेस लांच स्थल नंबर 40 से 16 अप्रैल को शाम 6 बज कर 32 मिनट पर प्रक्षेपित कर दिया जाएगा। यान के मुख्य शोधकर्ता जॉर्ज रिकर ने बताया है कि टीईएसएस ऐसे ग्रहों को खोजने का काम करेगा, जहां के वायुमंडल की संरचना जीवन के विकास के लिए सबसे अनुकूल हो। कहने का मतलब यह है कि यह उपग्रह एलियन की तलाश करेगा।एलियन की खोज करेगा यह अंतरिक्ष अभियान, जुटाएगा कई सबूत

यह उपग्रह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) ने बनाया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे एमआईटी दुनिया का नंबर वन विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान है। इस खास उपग्रह की मदद से सुदूर ऐसे ग्रहों की तलाश की जा सकेगी जो हमारे सौर मंडल की पहुंच से बाहर हैं, तथा जिन ग्रहों पर एलियन होने की संभावना पाई जा सकती है। गौरतलब है कि यह अंतरिक्ष यान एक फ्रिज की तरह है।एलियन की खोज करेगा यह अंतरिक्ष अभियान, जुटाएगा कई सबूत

इसमें चार अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं। टीईएसएस करीब दो साल तक की अवधि के लिए अंतरिक्ष में खोजबीन करेगा। इसके अलावा नासा जल्द ही सूर्य के करीब पहुंचने वाला ऐतिहासिक अंतरिक्ष यान सोलर पार्कर प्रोब भी जल्द ही लांच करने जा रहा है। कई सालों से नासा अतंरिक्ष में एलियन को खोजने के अभियान चला रहा है, लेकिन अब तक कामयाबी नहीं मिली है। अब देखना है कि यह नया यान क्या गुल खिलाता है।

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