एड्स को पूरी तरह से खत्म कर देगी यह उपचार पद्धति
जयपुर। एचआईवी एड्स एक ऐसी घातक बीमारी है जो वायरस के द्वारा फैलती है और मनुष्य की रोग प्रतिऱोधक क्षमता को पूरी तरह क्षीण कर देती है। हालांकि इस घातक रोग का इलाज कई सालों से खोजा जा रहा है। लेकिन अब तक कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है। हम आपको बता दे कि एचआईवी के इलाज के लिए काफी महंगी दवाओं का सहारा लिया जाता है, लेकिन फिर भी इस वायरस पर कोई खास असर नहीं पड़ता है।
गरीब लोगों के लिए तो इस बीमारी के कारण नसीब में मरना ही लिखा होता है। क्योंकि इतनी महंगी दवाएं खरीद पाना उनके लिए संभव नहीं होता है। लेकिन हाल ही में अमेरिका के वैज्ञानिकों ने इस गंभीर बीमारी का इलाज खोजने में एक अहम सफलता हासिल कर ली है। जी हां, अब आने वाले समय में एचआइवी विषाणु को नष्ट करने के लिए महंगी दवाओं की जरूरत नहीं होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हाल ही में शोधकर्ताओं ने एचआईवी के वायरस को जड़ सहित खत्म करने की दिशा में एक नई थेरेपी का विकास किया है। हालांकि अभी तक इस थेरेपी का प्रयोग केवल बंदरों पर ही किया गया है। लेकिन इस परीक्षण में शोधकर्ताओं को काफी अच्छे नतीजे मिले हैं। शोध में यह पाय गया कि लगातार 6 महीने तक बिना दवा औऱ उपचार के बंदरों में पनप रहे एचआईवी का पूरी तरह खात्मा हो गया था।
आपको बता दे कि इस थेरेपी से एक साथ एचआईवी के कई विषाणु नष्ट किए जा सकते हैं। इस थेरेपी को एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी कहा जाता है। यह एचआईवी के वायरस को मूल से ही खत्म कर सकती है। हालांकि इसमें कुछ समय लगता है लेकिन इस उपचार पद्धति से दुनिया भर में एड्स जैसी भयानक बीमारी से जूंझ रहे करोड़ों लोगों के मन में फिर से जीने की एक उम्मीद जगी है। जिन दवाओं से एचआईवी का इलाज किया जाता है, उन्हें एंटीरेट्रोवायरल मेडिसिन कहा जाता है।