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नासा का यह यान सूर्य के पहुंचेगा दरमियान, जानियें

जयपुर। ब्रह्मांड कई रहस्यों का पिटारा है इसके बारे में जानने के लिए इंसान जब से जन्म लिया तक से इसके बारे में जानने कि कोशिश कर रहा है लेकिन फिर भी ये अब तक 5 प्रतिशत ही जान पाया है। इसको जानने के लिए कई तरह की तकनीकों का प्रयोग कर रहा है लेकिन
नासा का यह यान सूर्य के पहुंचेगा दरमियान, जानियें

जयपुर। ब्रह्मांड कई रहस्यों का पिटारा है इसके बारे में जानने के लिए इंसान जब से जन्म लिया तक से इसके बारे में जानने कि कोशिश कर रहा है लेकिन फिर भी ये अब तक 5 प्रतिशत ही जान पाया है। इसको जानने के लिए कई तरह की तकनीकों का प्रयोग कर रहा है लेकिन फिर भी इसका जानने के लिए इसको और कई उन्नत तकनीक की आवश्यकता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने सूरज को जानने के लिए एक यान भेजा है। जो सूरज  का अध्ययन करेगा। आपको बता दे कि इसको जानने के लिए एक बहुत ही खास तकनीक का प्रयोग किया हैनासा का यह यान सूर्य के पहुंचेगा दरमियान, जानियें

जो हद ज्यादा तापमान को  सह सके। आपको जानकारी दे दे कि अभी तक कोई भी अंतरिक्ष यान सूर्य के करीब पहुंचने की जुर्रत नहीं कर पाया है इसका कारण है कि इतने गर्म सूरज के पास किसी भी अंतरिक्ष यान की भेजने की क्षमता ही नहीं थी। लेकिन बता दे अब तकनीक को विकसित कर लिया है। अब ऐसा नहीं है, हाल ही में नासा ने एक खास मिशन की योजना बना कर उस अमल भी किया है। हम आपको बता दे कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा जल्द ही सूरज पर अपना अतंरिक्ष अभियान पार्कर सोलर प्रोब लॉन्च कर दिया है।नासा का यह यान सूर्य के पहुंचेगा दरमियान, जानियें

ये पार्कर सोलर प्रोब को फ्लोरिडा स्थित नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से जुलाई 2018 में प्रक्षेपित किया गया है। इसके लिए लांच कांप्लेक्स-37 रॉकेट इस्तेमाल किया गया है। नासा के अधिकारियों ने कहा कि ये इतिहास में सूरज के सबसे ज्यादा नजदीक पहुंचने वाला यान बन जाएगा। बता दे कि ये यान सूर्य के तेजमंडल यानी कोरोना में पहुंचगा। जानकारी दे दे कि यह वो क्षेत्र है जहां सूर्य का प्रचंड ताप सबसे ज्यादा होता है और ये सूर्य की सतह से कोरोना की दूरी लगभग 38 लाख मील है।नासा का यह यान सूर्य के पहुंचेगा दरमियान, जानियें

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