कुंवारी कन्याएं शिवलिंग को नहीं लगा सकती हाथ
21 फरवरी दिन शुक्रवार यानी आज महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा हैं इस दिन महिलाएं ना केवल भोलेनाथ की आराधना करती हैं बल्कि वो इस दिन व्रत उपवास भी रखती हैं इस दिन शादीशुदा महिलाओं से लेकर कुवांरी कन्याएं तक व्रत रखती हैं वही आज हम आपको महाशिवरात्रि के पर्व से जुड़ी कुछ खास और महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपको पत होना चाहिए तो आइए जानते हैं।
महाशिवरात्रि का अर्थ हैं शिव की महान रात, इस पर्व के साथ कई सारी कहानियां जुड़ी मानी जाती हैं कुछ लोगों का यह कहना हैं कि इस दिन शिव पार्वती का विवाह हुआ था। वही कुछ लोगों का मानना हैं कि इस दिन भगवान भोलेनाथ ने ताडंव का प्रदर्शन किया था। कुछ लोग इस दिन को शिव पार्वती के प्रेम के प्रतीक के रूप में मानते हैं। वही कुंवारी कन्याएं शिवरात्रि का व्रत इसलिए रखती हैं जिससे उन्हें शिव की तरह ही जीवनसाथी प्राप्त हों शादीशुदा महिलाएं वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए और संतान की प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत करती हैं। वही मान्यताओं के मुताबिक कुंवारी कन्याओं को शिवलिंग को हाथ नहीं लगाना चाहिए। यह भी कहा जाता हैं कि उनके द्वारा शिवलिंग की पूजा का ख्याल करना भी निषेण हैं ऐसा इसलिए क्योंकि शिव लीन रहते हैं किसी स्त्री के कारण उनकी तपस्या भंग न हो, इसका ध्यान रखते हुए ये मान्यता प्रचलित हुई। इसी कारण से महिलाओं को शिवलिंग पूजा न करने के लिए कहा गया हैं।