कान छिदवाने के बाद रखें इन खास बातों का खयाल
जयपुर। वैसे तो कान छिदवाना एक पुरानी भारतीय परंपरा है। देश में हर कोने में कोई ना कोई महिल झुमके पहनती ही हैं। लेकिन बदलते समय के अनुसार कान छिदवाना एक फैशन बन गया है, और महिलाओं के साथ कुछ पुरुषों ने भी अपने कान छिदवाने शुरू कर दिए हैं। हम अक्सर देखते हैं कि ज्यादातर महिलाओं के कान टेढ़े होते हैं, जबकि कुछ महिलाओं के कान एक छोर (पीछे) से दूसरे सिरे तक छेड़े जाते हैं। हालांकि यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है। तो आईए जानते हैं कि कान छिदवाने के बाद आप अपने कानों कि कैसे देखबाल कर सकते हैं –
हाथ धोएं – आमतौर पर, ज्यादातर महिलाएं यह भूल जाती हैं कि कान छेदने के बाद वह जगह एक खुले घाव की तरह हो जाती है। इसलिए, छेदे हुए कानों की देखभाल करना बेहद जरूरी है, सबस जरूरी हैं कि आप अपने कानो को गंदे हातो से ना छुए। पहले अपने हाथों को साबुन से धोकर औप फिर उन्हें छुएं।
कान सही से साफ करें – कान छिदवाने के बाद जो सबसे जरूरी देखभाल आती है, वह है कि कानों के चारों ओर सफाई रखना। इस क्षेत्र को अच्छी तरह से रखने से संक्रमण को रोका जा सकता है ताकि घाव जल्दी से सूख जाए। ज्यादा तर लोग अपने कानों में नमक का पानी लगाते हैं जो कि आपके कानों के घाव को साफ करता हैं और किटाणुओं को भी खतम करता हैं।
बार बार ना छुएं – कान को छिदवाने के बाद उसे बार-बार अंगुली से नहीं छूना चाहिए। वास्तव में, आपकी उंगलियों और हाथों में कई बैक्टीरिया होते हैं जो काना के छेद वाले हिस्से को संक्रमित करते हैं। इसके अलावा, कान के छेद में जो घाव या या कान में डाली गई बाली को बार-बार हिलाने से घाव से खून बह सकता है।