सूजन, जलन और छाले की समस्या दूर करते हैं ये सुपरफूड्स, जानें इनकी खासियत
शरीर में सूजन, जलन और छालों की समस्या अपने साथ गंभीर प्रभावों को भी लेकर आती है। अकसर रक्त की कमी, पाचन संबंधी समस्या, लीवर की खराबी या फिर शारीरिक कार्यो में कमी के कारण शरीर में सूजन की समस्या का सामना करना पड़ जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो ये सभी समस्याएं अपने साथ कई गंभीर रोग लेकर आती हैं इसलिए इनका समय से पहले उपचार होना बेहद आवश्यक है। इसिलए आझ हम आपको कुछ सुपरफूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप इन घातक समस्याओं और इनके खतरों से आसानी से निपट सकते हैं-
तरबूज के बीज
तरबूज के बीजों को सूजन कम करने के लए उपयोगी माना जाता है। इसके सेवन के लिए तरबूज के बीजों को सुखाकर इसका चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण को उबलते पानी में डालें और इसका घोल बन जाने पर इसे ठंडा होने के लिए छोड दें। इस घोल का सेवन दिन में तीन से चार बार तक करके रहने से सूजन में खास आराम मिलता है।
करेले का रस
सूजन को कम करने के लिए करेले के गुण बहुत लाभकारी साबित होते हैं। इसके सेवन के लिए करेले का रस चार चम्मच और मकोय का अर्क (एक तरह का सफेद फूल) पांच चम्मच लेकर सुबह खाली पेट खाएं। मकोय के स्थान पर आप सोंठ का प्रयोग भी कर सकते हैं।
काली मिर्च
एंटीमाइक्रोबिएल और सूजन व दर्द नाशक गुणों से भरपूर काली मिर्च इन समस्याओं में रामबाण इलाज साबित होती है। इसके सेवन के लिए पांच काली मिर्च पीस कर चौथाई चम्मच मक्खन के साथ, तरबूज के रस में डालकर रोजाना सेवन करना चाहिए।
अनानास का रस
सूजन घटाने के लिए अनानास का रस फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद मिनरल्स, विटामिन बी, सी, के, फॉलेट, कार्बोहाइड्रेट, वसा, कैल्शियम, फॉस्फोरस, एन्जाइम्स और ब्रोमिलेन शरीरिक सूजन और गठिया का प्रभाव दूर करने में मददगार होता है।
धनिया की पत्तियां
आयरन से भरपूर धनिया की पत्तियां में एंटी टय़ुमेटिक और एंटीअर्थराइटिस के गुण भी पाए जाते हैं। ये सभी गुण आपके शरीर में एनिमिया के साथ-साथ सूजन घटाने में सहायक होते हैं। इससे जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलती है। इसके सेवन के लिए धनिए का पानी उवाल कर पीना चाहिए।
काशीफल
विटामिन सी और ई, आयरन, कैलशियम मैग्नीशियम, फॉसफोरस, पोटैशियम, जिंक, प्रोटीन और फाइबर के गुणों सो भरपूर काशीफल के बीज आपके शरीर में हर प्रकार की सूजन और जलन को दूर करते हैं। इसका सेवन करने के लिए काशीफल के आठ-दस बीजों की चटनी बनाकर शहद के साथ चाटना लाभदायक रहता है।