वास्तु दोष के चलते आपके घर में हैं ये समस्याएं तो इनकी की करें नियमित पूजा…
अगर घर में वास्तुदोष है तो आपकी संतान परंपरा गलत रास्ते पर जा सकती है। पुत्र—पुत्रियों के द्वारा लिया गया गलत फैसला आपके जीवन को तबाह कर सकता है। यहीं नहीं जिस घर में ज्यादा वास्तुदोष होता है वहां लड़के और लड़कियां दिग्भ्रमित होकर घर से बाहर भागने का साहस कर बैठते है।
आईए जाने किसी दिशा में वास्तु दोष होने पर होती है कौन सी हानि…
पूरब दिशा—
पूरब दिशा में सूर्य की प्रधानता होती है जिसमे चलते ज्ञान, प्रकाश, अध्यात्म की प्राप्ति में व्यक्ति सफल होता है। यदि आप पूरब दिशा को बंद रखेंगे तो गृहस्वामी पूरी तरह से समस्याओं से घिर जाता है। इसलिए पूर्व दिशा को खुला छोड़ देना चाहिए।
पश्चिम दिशा—
पश्चिम दिशा वरूण का द्योतक है। यह दिशा को इंसान को सफलता, यश और भव्यता प्रदान करती है। इसलिए लक्ष्मी की पूजा हमेशा पश्चिम की ओर मुख करके ही की जाती है।
उत्तर दिशा—
उत्तर दिशा में कुबरे विराजते हैं। इस दिशा का स्वामी बुध है। यदि घर में उत्तर में स्थान नहीं है तो माता को कष्ट मिलते रहते हैं। ऐसे में घर में हमेशा उत्तर दिशा में खाली स्थान छोड़ें।
दक्षिण दिशा—
दक्षिण दिशा यम का सूचक है। यम हमेशा बुराइयों और दुष्टों का नाश करते हैं। पितर लोग भी दक्षिण दिशा में ही निवास करते हैं। यह दिशा सुख-समृद्धि और अन्न का भंडार रहता है। अगर आप ने घर के दक्षिण दिशा को प्रदूषित किया तो घर का विकास अवरूद्ध हो जाता है।
वास्तु दोषों का कुछ ऐसे करें निवारण—
आपको बतादें कि परमपिता ब्रह्माजी ने वास्तुशास्त्र की रचना की थी। इसलिए वास्तु की अनदेखी करने शारीरिक, मानसिक और अार्थिक हानियां होनी शुरू हो जाती है। अगर आप घर में वास्तुदोष को दूर करना चाहते हैं तो भगवान गणपति की पूजा करें। इसमें कोई संदेह नहीं कि नियमित रूप से भगवान गणपति की पूजा करने से वास्तुदोष उत्पन्न हो ही नहीं सकता है।