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हड्डी में फ्रैक्चकर होने पर अपनाए ये डाइट, दर्द दूर करके हड्डियां बनाएंगे मजबूत!

हड्डी में फ्रैक्चर होने पर लोग अक्सर चिकित्सीय सलाह पर ही निर्भर होते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते है कि, टूटी हुई हड्डी को जल्द से जल्द पहले जैसा बनाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार आपके लिए बेहतर रूप से मददगार साबित हो सकते हैं। इसलिए आज हम आपको उन प्राकृतिक उपयों
हड्डी में फ्रैक्चकर होने पर अपनाए ये डाइट, दर्द दूर करके हड्डियां बनाएंगे मजबूत!

हड्डी में फ्रैक्‍चर होने पर लोग अक्सर चिकित्सीय सलाह पर ही निर्भर होते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते है कि, टूटी हुई हड्डी को जल्द से जल्द पहले जैसा बनाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार आपके लिए बेहतर रूप से मददगार साबित हो सकते हैं। इसलिए आज हम आपको उन प्राकृतिक उपयों के बारे मॆं बताने जा रहे है जिन्हें आप चिकिच्सकीय इलाज के साथ प्रयोग में ला सकते हैं।

कैल्शियम युक्त आहार

हड्डियों का मुख्य मिनरल कैल्शियम ही है, इसलिए जितना हो सके कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करना ही चाहिए। इसके लिए आप समुद्र सब्जियों, हरी पत्तेदार सब्जियों, मछली, सालमन, सार्डिन, और डेयरी उत्‍पाद जैसे दही, केफिर, और अमासै आदि का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि सबसे ज्यादा कैल्शियम की मात्रा इसी में पाई जाती है।

अमीनो एसिड भी जरूरी

आपकी चोट में सुधार करके हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए अमीनो एसिड बहुत आवश्यक है। अमीनों एसिड की कमी पूरी करने के लिए मछली, चिकन, बीफ, दूध, पनीर, सेम, अंकुरित मूंग, फलियां और फलों और सब्जियों का अधिकाधिक सेवन करना अनिवार्य होता है।

विटामिन ‘के’  का सेवन

खून के जमे हुए थक्कों को दूर करके हड्डियों की बनावट में विटामिन-के बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके इसके लिए आप अपने आहार में केल, ब्रोकोली, पालक और अन्‍य हरी सब्जियों का सेवन करें, आप चाहें तो कच्‍चे डेयरी उत्‍पाद का भी सेवन कर सकते हैं।

प्रोटीन का सेवन

शरिरिक शक्ति को बनाए रखने के लिए प्रोटीन मे फैट या कार्बोहाइड्रेट की तुलना में ज्यादा शक्ति पाई जाती है। यह आपके मेटाबोलिज्‍म को तेज करके हड्डियों के फ्रैक्‍चर को जल्द ठीक करने में मददगार साबित होता है। प्रोटीन को अपने आहार में शामिल करने के लिए लीन मीट, पॉल्ट्री, मछली, अंडे, चीज, बीन्स और नट्स आदि को डाइट में शामिल करें।

विटामिन डी के लिए धूप

विटामिन-डी का मुख्य कार्य शरीर में फास्फोरस, कैल्शियम और हड्डियों के मेटाबॉलिज्‍म और न्यूरोमस्क्यूलर आदि की मदद स बेहतर कार्यप्रणाली सुनिश्चित करना होता है। और धूप को इसका सबसे अच्चा स्रोत माना जाता है। यह हड्डियों और मांसपेसियों के लिए तो आवश्यक है, ही साथ ही आपके शरीर में कुछ गुणों की कमी पूरा करने में भी सहायक हैं।

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