इन उपायों से बच सकते है हड्डियों की बढ़ती बीमारी से
जयपुर। आजकल हड्डियों की बीमारिया भी आम बात हो गई है। इस बीमारी बुजुर्ग लोगों में अधिक देखा जा सकता है। लेकिन इनके अलावा इसे एथिलिट युवाओं में भी देखा जा सकता है। इससे बचने के लिए ये कई प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल करते है जिससे फायदा तो आ जाता है, लेकिन लोगों की गलत आदतों की वजह से ये बीमारी बार—बार होती रहती है।विशेषज्ञों ने एक अध्ययन के बाद कहा है कि ये यंत्र दवाओं के इस्तेमाल, वजन, सोने के तरीके, पुनर्वास प्रक्रिया और व्यक्तिगत सेहत से जुड़े डाटा के जरिये मरीजों को उनके इलाज से जुड़े बेहतर परिणाम हासिल करने में समर्थ बनाते हैं। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के क्लाउडेट लाजाम ने अध्ययन रिपोर्ट में लिखा है कि हम मरीजों को हड्डियों की बीमारी में फायदा पहुंचाना चाहते है, तो उनकों इस बीमारी के प्रति सक्रिय होने की जरूरत होती है। इसके साथ ही यदि उनको बेहतर रूप पाने में मदद करें तो मरीज, डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था से सबकी जीत हो सकती है। इस रिपोर्ट को फ्लोरिडा स्थित ओर्लाडो में आयोजित अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑर्थोपेडिक सर्जन्स-2016 में पेश किया था। इसमें 28 लोकप्रिय स्वास्थ्य उपकरणों को समझना, उनकी कीमत, उन्हें लगाना, शरीर पर उन्हें लगाने की स्थिति और अन्य प्रासंगिक गुणों का विश्लेषण किया गया है। इन सभी फीचर में से सबसे बेहतर फीचर उसे बताया गया जो यह पता लगाता है कि मरीज ने कितनी दूरी तय की है। यही नहीं इन फीचर में दिल की धड़कनों का पता लगाने वाले उपकरण भी मौजूद थे। और सोने की समय सीमा ज्ञात करने वाले उपकरण से लेकर कितनी कैलोरी ली ऐसे उपकरण भी शामिल थे।