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भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से प्रमुख लंदन ने ‘टॉक्सिक चार्ज’ नाम से दस पाउंड का कर शुरू कर दिया है। 2003 से यहां मध्य लंदन में अगर कोई पेट्रोल-डीजल से चलने वाला प्रवेश करे तो उसे जुर्माना देना पड़ता है।पेरिस : 2015 में हवा खराब हुई तो सम-विषम लागू किया गया और सार्वजनिक परिवहन को मुफ्त किया गया। अब हर माह एक रविवार को कार मुक्त दिन मनाया जाता है।
भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

 

जयपुर।  पोल्यूशन को लेकर भारत बहुत बड़ी जंग लड़ रहा है । भारत भारत में ही प्रदूषण से भरे हुए 7 शहर शामिल है । खास कर दिल्ली और उसके आसपास वाले कई इलाके । अभी तक प्रदूषण जयपुर नगर में नहीं था पर ताजा जानकारी के अनुसार जयपुर में भी प्रदूषण अपने पैर जमा चुका है । ऐसे में भारत के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन रहा है ।भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

लोगों का सांस लेना ना सिर्फ मुश्किल हो रहा है बल्कि उनका जीवन भी अस्त व्यस्त होता नजर आ रहा है । ऐसे में आज हम आपको इस बात की जानकारी देने  जा रहे हैं की ऐसे कौनसे देश है जो इस प्रदूषण की जंग से जुंझ चुके हैं और किस तरह से वह इस जंग को जीत भी चुके हैं ।भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

पेरिस : 2015 में हवा खराब हुई तो सम-विषम लागू किया गया और सार्वजनिक परिवहन को मुफ्त किया गया। अब हर माह एक रविवार को कार मुक्त दिन मनाया जाता है।
चीन : दिल्ली जैसे हाल जब बीजिंग में हुए तो सम-विषम शुरू किया गया। डीजल वाहन किए। यहां अब एप आधारित मिनीबस सुविधा चलाई जा रही है।
नीदरलैंड : लोग साइकिल चलाते हैं। सरकार की कोशिश 2025 तक सभी वाहनों को बिजली और हाइड्रोजन वाहनों में बदलना है।भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम
लंदन : दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से प्रमुख लंदन ने ‘टॉक्सिक चार्ज’ नाम से दस पाउंड का कर शुरू कर दिया है। 2003 से यहां मध्य लंदन में अगर कोई पेट्रोल-डीजल से चलने वाला प्रवेश करे तो उसे जुर्माना देना पड़ता है।
जर्मनी : यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी ने जलवायु प्रदूषण से निपटने के लिए यातायात जैसे क्षेत्रों के लिए कार्बन शुल्क शुरू किया है।

भारत की पर्यावरण स्थिति की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत वैश्विक पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में 177वें पर है। यह सूचकांक हर दो साल में जारी होता है। 2016 में में 141वें स्थान पर था। यानि कि प्रदूषण में यहां स्थिति गंभीर हो रही हैभारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

भारत सरकार भी इस परेशानी से निपटने के लिए काम कर रही है पर यह कितना सफल होगा इस बारे में कह पाना मुश्किल है । भारत सरकार सड़कों पर छिड़काव करने के साथ साथ , निर्माण कार्यों पर रोक लगा रही है साथ ही ओड ईवन सिस्टम को भी लागू कर रही है ।

दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से प्रमुख लंदन ने ‘टॉक्सिक चार्ज’ नाम से दस पाउंड का कर शुरू कर दिया है। 2003 से यहां मध्य लंदन में अगर कोई पेट्रोल-डीजल से चलने वाला प्रवेश करे तो उसे जुर्माना देना पड़ता है।पेरिस : 2015 में हवा खराब हुई तो सम-विषम लागू किया गया और सार्वजनिक परिवहन को मुफ्त किया गया। अब हर माह एक रविवार को कार मुक्त दिन मनाया जाता है। भारत में भी है जरुरी ऐसे प्रदुषण से निपटने हेतु कुछ ठोस कदम

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