कैसे कमजोर हो रही है कि भारत की तेज गेंदबाज़ी, जानिए यहां
जयपुर (स्पोर्ट्स डेस्क)। भारतीय तेज गेंदबाज़ों ने विश्व क्रिकेट में अपनी धाक जमाई है, पर हाल ही में कुछ खिलाड़ियों की चोटों ने भारतीय तेज गेंदबाज़ी विभाग को और कमजोर कर दिया है। आगामी टी 20 विश्व कप से पहले भारतीय टीम को अपनी बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत रखना होगी, लेकिन क्या खिलाड़ियों की चोटों इसमें रुकावट नहीं पैदा करेंगी?
टीम इंडिया के मुख्य तेज गेंदबाज़ी विकल्प —
-भुवनेश्वर कुमार
– मोहम्मद शमी
-जसप्रीत बुमराह
– उमेश यादव
-ईशांत शर्मा
मौजूदा समय भारतीय टीम के मुख्य तेज गेंदबाज़ों पर गौर किया जाए तो इसमें भुवनेश्वर कुमार , मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और ईशांत शर्मा हैं, लेकिन इनमें से उमेश यादव और ईशांत शर्मा टेस्ट प्रारूप तक ही सीमित हैं जबकि भुवी, शमी और बुमराह तीनों प्रारूप में खेल रहे हैं ।
लेकिन यहां यह स्पष्ट कर देना उचित है कि भुवनेश्वर कुमार और बुमराह अपनी चोटों की वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं और इसलिए टीम के पास मुख्य तेज गेंदबाज़ी विकल्प कमजोर हो जाते हैं । टीम इंडिया को अपनी इस कमजोरी को दूर करने के दो ही विकल्प है और वह ये हैं कि अतिरिक्त तेज गेंदबाज़ों को मौका दिया जाए जिनमें युवा खिलाड़ी शामिल हैं या फिर उमेश और ईशांत जैसे सीनियर तेज गेंदबाज़ों को तीनों प्रारूप में मौका दिया जाए ।
ये हैं अतिरिक्त विकल्प-
दीपक चाहर
शार्दुल ठाकुर
नवदीप सैनी
खलील अहमद
मोहम्मद सिराज
अगर भारतीय टीम के लिए अतिरिक्त तेज गेंदबाज़ों पर गौर किया जाए तो इसमें दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, खलील अहमद और मोहम्मद सिराज नजर आते हैं । हाल ही के दिनों में शार्दुल ठाकुर,नवदीप सैनी और खलील अहमद को मौका दिया गया है । इन खिलाड़ियों की साथ एक ही समस्या यह आती है कि अनुभव हीन हैं और वैसा प्रदर्शन नहीं करके दिखा पा रहे हैं।
यही नहीं दीपक चाहर तो चोटिल होकर टीम से बाहर भी हो चुके हैं । इसलिए माना जा सकता है कि भारतीय टीम अतिरिक्त तेज गेंदबाज़ों पर भरोसा नहीं कर सकती है। टीम इंडिया को आगामी टी 20 टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए दो मुख्य अनुभवी तेज गेंदबाज़ों को टीम में रखना होगा।