Samachar Nama
×

इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

दुनिया में हॉलीवुड का निर्माण साल 1800 के अंत में हुआ और बॉलीवुड का निर्माण साल 1900 के शुरुआत में हुआ।दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री में हर एक चीज का बड़ा अंतर शामिल है जिसमें स्टारकास्ट, म्यूजिक,कलेक्शन,समय,तकनीक आदि शामिल है।इस दौरान कही ना कही बॉलीवुड हॉलीवुड से मात खा रहा है जिसे हर सब आसानी से देख सकते है।
इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

दुनिया में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है तो वही दूसरी तरफ संयुक्त राज्य अमेरिका,लॉस-एंजिलिस महानगर के पड़ोस में स्थित विश्व सिनेमा को हॉलीवुड के नाम से जाना पहचाना जाता है।दोनों की इंडस्ट्री फिल्मों का निर्माण करने में अपना नाम बनाये हुए है।जो कि हर एक दर्शक को मनोरंजन का असली अर्थ समझाने मे सहायक है।इन दोनों इंडस्ट्री के बीच में हमेशा नं 1 आने की जंग छिड़ी रहती है।दोनों के बीच में काफी अंतर है।जो इन्हें एक दूसरे से बेहतरीन बनाती है।तो आइए आज बात करते है इस इंडस्ट्री में बनने वाली उन फिल्मों के बारे में जिनका स्लॉट भले ही एक होता हो लेकिन इसके बावजूद दोनों एक दूसरे से पूरी तरह से जुदा है।फिर चाहे वो एक्शन हो ड्रामा, हो रोमांस हो या फिर कोई तकनीक ये सभी इन्हें अलग बनाती है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

STARTING: इस मामले में यदि बात सबसे बड़े अंतर की करें तो वो इसका शुरु होना है आपको बता दे कि हॉलीवुड की शुरुआत सन 1903 में ओल्ड कैलेफोर्निया में एक साइलेंट फिल्म के साथ हुई थी वही दूसरी ओर बॉलीवुड ने अपनी पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र 1913 में रिलीज की थी।ऐसे में दोनों की शुरुआत में करीब 10 साल का अंतर है।ऐसे में जहां हॉलीवुड ने आते ही गलियारो में अपनी चर्चा बिखरनी शुरु कर दी वही बॉलीवुड को दर्शको के बीच में अपनी जगह बनाने में करीब 20 से30 साल का लंबा सफर तय करना पड़ा था।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

STARCAST: बॉलीवुड की फिल्मो में मेकर्स सुपरस्टार्स को लेकर फिल्में बनाने की प्लानिंग करते है जबकि हॉलीवुड में फिल्म के कहानी और किरदार के मुताबिक स्टारकास्ट का चयन किया जाता है।इतना ही नहीं हॉलीवुड में फिल्मों के लिए हर एक सुपरस्टार को ऑडिशंस की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जबकि बॉलीवुड गलियारो में नेपोटिज्म जैसी चीजें शामिल है।जिससे फिल्में फ्लॉप होने की कगार पर खड़ी हो जाती है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

TECHNOLOGY: ये तो हम सभी जानते है कि हॉलीवुड टेक्नोलॉजी के मामले में सभी देशों से काफी आगे रहता है।इनकी फिल्मो में शुरुआत से ही लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल किया जाता रहा है यही एक कारण है कि आज भी दुनिया भर में सबसे बेहतर टेकनोलॉजी हॉलीवुड के पास ही है। जहां एक तरफ बॉलीवुड आज तक प्यार, रोमांस और कॉमेडी वाली फिल्मे बना रहा है वही हॉलीवुड की इस विषय में कोई सीमा नहीं है।जिसके कारण हर साल एक्शन फिल्मों का नाम लिये जाने पर हॉलीवुड की फिल्मों की गिनती ही खत्म नहीं होती है।तो वही बॉलीवुड इसमें कभी कोई नं ही नहीं ले पाता है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

STORY: हॉलीवुड की फिल्मो की कहानियों में एक गुणवत्ता होती है जो कि दर्शको को अंत तक बांधे रखती है।ये कहानियां सच्ची और किसी तथ्य को प्रेरित करती है देखा जाए तो हर एक हॉलीवुड फिल्म का बेसिकली कोई ना कोई सेंस होता है जो ना सिर्फ आकर्षित करता है बल्कि इसे दर्शको के दिलों तक उतारने के लिए भी सहायक होता है।वही इस सिलसिले में बात बॉलीवुड की करें तो इसमें अलग अलग जॉनर होते है।लेकिन कभी कभी बॉलीवुड में दर्शको के सामने कुछ भी पेश कर दिया जाता है।जिससे मजबूरन सिनेमाघरो में दर्शको को पैसे फूंकने पड़ते है।सीधे शब्दो में कहे हो कभी कभी बॉलीवुड फिल्में तूल ही नहीं पकड़पाती है जिससे दर्शक काफी निराश होते है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

MUSIC: आपने देखा होगा हॉलीवुड की फिल्मो में सिर्फ बैकग्राउंड म्यूजिक का इस्तेमाल किया जाता है।जबकि यही बात बॉलीवुड की करें तो ठाई घंटे की फिल्म में मेकर्स 10 से 15 मिनट म्यूजिक में ही लगा देते है।जो कि एक फिल्म में करीब 5 से 6 गाने देते है।इतना ही नहीं बॉलीवुड की फिल्मों का प्रमोशन भी म्यूजिक को लॉन्च करके ज्यादातर किया जाता है।जबकि इश सिलसिले में हॉलीवुड में फिल्मों की बजाय इसके अलग-अलग एल्बम ज्यादा पसंद किए जाते हैं।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

Quality and originality: हॉलीवुड फिल्मो में बॉलीवुड फिल्मो के मुकाबले गुण्वत्ता और कहानी काफी ज्यादा बेहतर होती है।ये तो दोनों फिल्मों को देखने वाला कोई भी दर्शक बता सकता है।आपको बता दें कि हॉलीवुड हमेशा नए-नए विषयों पर फिल्मे बनाता है।हॉलीवुड में करीबन 99 प्रतिशत फिल्में ओरिजिनल होती हैं वहाँ ना तो किसी अन्य फिल्म की कॉपी होती हैं और ना ही किसी पर आधारित होती है।वही दूसरी तरफ बॉलीवुड हमेशा वही पुराने गाने और पुरानी कहानी पर आधारित फिल्मे बनाता है।इतना ही नहीं आजकल तो बॉलीवुड की अकसर फिल्मो में कॉपी का भी टैग लगने लगा है जिससे इंडस्ट्री पर से विश्वास उठता जा रहा है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

BOX OFFICE COLLECTION: ये तो हम सभी जानते है कि हॉलीवुड के मुकाबले में बॉलीवुड की हर साल ज्यादा फिल्में बनती है हम इस आंकडे को दुगना भी मान सकते है।अब भले ही बॉलीवुड हर महीने दर्जनों फिल्में सिनेमाघरो में उतार देता हो लेकिन इनकी कमाई हॉलीवुड की एक ही फिल्म से मात खा जाती है।जिसका सीधा हिसाब है  हॉलीवुड हर साल लगभग 500 के करीब फिल्मे बनाई जाती है जबकि बॉलीवुड में हॉलीवुड की अपेक्षा 1200 से अधिक फिल्मे बनती है.इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

SCENE: यूं तो अलग-अलग जॉनर में तैयार हुई फिल्मों के सीन उनके मुताबिक होते है लेकिन इस मामले में भी हॉलीवुड कही ना कही बॉलीवुड से बाजी मार जाता है दरअसल बॉलीवुड की फिल्मो में किसी एक सीन को काफी बड़ा चढ़ाकर दिखाया जाता है।ऐसे में हॉलीवुड में उसी सीन को दमदार तरीके से पेश किया जाता है जिससे दर्शक काफी ध्यान लगाकर फिल्म देखते है।हॉलीवुड की ज्यादातर फिल्मो में एक्शन को अहमियत दी जाती है।और वो भी अच्छे लेवल पर जबकि बॉलीवुड में एक्शन के एक ही सीन को 3 बार रिपिट करके दिखाया जाता है जो कि कभी कभी बोरियत करता है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

RELATIONSHIPS: हॉलीवुड की फिल्मो में किसी भी रिश्ते से तलाक या उससे अलग होना आम बात होती है फिर चाहे वो दोस्ती हो, प्यार हो या माता-पिता के साथ रिश्ता हो जबकि ब़ॉलीवुड की फिल्मो में तो इस कॉन्सेप्ट पर ही फिल्म का निर्माण कर दिया जाता है और दर्शको को ढाई घंटे की पूरी फिल्म में उनका मिलना-बिछुड़ना दिखाया जाता है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

समय– हॉलीवुड की अधिकतर फिल्मे 1 -1.5 घंटे की ही होती हैं और कोई कोई फिल्म 3 घंटे तक की हो सकती है जबकि बॉलीवुड की फिल्मे अधिकतर २-३ घंटे तक की होती है।इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

हॉलीवुड की फिल्मो में ज्यादातर एक्ट्रेस फिट,स्मार्ट और परफेक्ट होती है यही वो पूरी फिल्म में काफी फुर्तीली भी होती है जबकि बॉलीवुड की फिल्मो में तो एक्ट्रेस के हिसाब से ही फिल्म का कैरेक्टर लिख दिया जाता है जिसे वैसे ही प्रस्तुत किया जाता है।वही बॉलीवुड की फिल्मो में स्टार्स के कॉस्टयूम्स और मेकअप पर खास तौर पर ध्यान दिया जाता है जबकि हॉलीवुड में हर किसी को एक ही कैटेगिरी से गुजरना होता है।इसके अलावा हॉलीवुड फिल्म की तकनीकी पर ज्यादा फोकस करता है।

इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

दुनिया में हॉलीवुड का निर्माण साल 1800 के अंत में हुआ और बॉलीवुड का निर्माण साल 1900 के शुरुआत में हुआ।दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री में हर एक चीज का बड़ा अंतर शामिल है जिसमें स्टारकास्ट, म्यूजिक,कलेक्शन,समय,तकनीक आदि शामिल है।इस दौरान कही ना कही बॉलीवुड हॉलीवुड से मात खा रहा है जिसे हर सब आसानी से देख सकते है। इन अंतरों के कारण हॉलीवुड से मात खा रहा बॉलीवुड

Share this story