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WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

ऐसे ऐंटीबायॉटिक जो मल्टी या फिर बड़े पैमाने पर प्रतिरोधी बैक्टीरिया के प्रति ज्यादा असरदार हैं। ऐसे ऐंटीबायॉटिक बहुमूल्य हैं और इन्हें बेहद समझदारी से इस्तेमाल करने की जरूरत है क्योंकि ये नॉन रिन्युबल होते हैं।इस श्रेणी में आने वाली ऐंटीबायॉटिक उन बीमारियों के इलाज में प्रभावी हैं जिनके बारे में स्पष्ट जानकारी है।
WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

जयपुर।  डबल्यूएचओ ( वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गनाइज़ेशन ) ने हाल ही में कुछ बहुत ही बेहतरीन तरीके बताए हैं जो की एंटीबायोटिक की डोज़ को बेअसर होने से बचाएंगे । इसका कारण यह है की हम लोग कई बार या हम यह भी कह सकते हैं की अक्सर हम लोग जब भी बीमार हो जाते हैं तो बिना किसी डोकटरी सलाह के हम दवाओं का सेवन कर लेते हैं । जो की हमारे लिए बहुत ही ज्यादा घातक होता है । यही ही बड़ी चुनौती  बन गया WHO के लिए ।

WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

डबल्यूएचओ ने निकाला है यह हल :-

ये ऐसे ऐंटीबायॉटिक होते हैं जोकि सामान्य इंफेक्शन के लिए फर्स्ट या फिर सेकंड लाइन ट्रीटमेट का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये ऐंटीबायॉटिक आसानी से उपलब्ध होने चाहिए।
ऐसे ऐंटीबायॉटिक जो मल्टी या फिर बड़े पैमाने पर प्रतिरोधी बैक्टीरिया के प्रति ज्यादा असरदार हैं। ऐसे ऐंटीबायॉटिक बहुमूल्य हैं और इन्हें बेहद समझदारी से इस्तेमाल करने की जरूरत है क्योंकि ये नॉन रिन्युबल होते हैं।इस श्रेणी में आने वाली ऐंटीबायॉटिक उन बीमारियों के इलाज में प्रभावी हैं जिनके बारे में स्पष्ट जानकारी है। लेकिन इनके इस्तेमाल की करीबी से जांच की जानी चाहिए और सीमित उपयोग करना चाहिए। यह भी बताया गया है । WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

कुछ ऐंटीबायॉटिक ऐसे होते हैं जो मनुष्यों में किसी भी तरह के इंफेक्शन में असर नहीं करते। इससे न सिर्फ एएमआर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है बल्कि मरीज की सुरक्षा पर भी संकट आ जाता है।WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

WHO के सामने यह बड़ी चुनौती रही है की मन मर्जों से काम में लेने वाली एंटीबायोटिक लोगों के लिए जानलेवा तक साबित हो जाती है , उनके लीवर को भी वह बहुत तेज़ी से प्रभावित कर देती है ।WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

 

ऐसे ऐंटीबायॉटिक जो मल्टी या फिर बड़े पैमाने पर प्रतिरोधी बैक्टीरिया के प्रति ज्यादा असरदार हैं। ऐसे ऐंटीबायॉटिक बहुमूल्य हैं और इन्हें बेहद समझदारी से इस्तेमाल करने की जरूरत है क्योंकि ये नॉन रिन्युबल होते हैं।इस श्रेणी में आने वाली ऐंटीबायॉटिक उन बीमारियों के इलाज में प्रभावी हैं जिनके बारे में स्पष्ट जानकारी है। WHO ने कर दी है कई लोगों की मुश्किलें हल

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