कुंवारी और विवाहित सबकी मनोकामनएं पूरी करते है भोले बाबा,सोमवार का व्रत करने के होते है ये फायदे
जयपुर। हिन्दु धर्म की मान्यताओं के अनुसार श्रावन मास में भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है। श्रावन मास में भगवान शिव की पूजा करने से समस्त दोषओं से मुक्ति मिलती है। भरत में श्रावन मास में 30 दिनों तक लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। लेकिन हर सोमवार के
जयपुर। हिन्दु धर्म की मान्यताओं के अनुसार श्रावन मास में भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है। श्रावन मास में भगवान शिव की पूजा करने से समस्त दोषओं से मुक्ति मिलती है। भरत में श्रावन मास में 30 दिनों तक लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। लेकिन हर सोमवार के दिन लोग व्रत रहकर भगवलान शिव की पूजा करते हैँ। ऐसा कहा जाता है कि भरत में सोमवार का व्रत करने की परंपरा काफी प्राचीन है। श्रावन मास में व्रत के बारे में जब किसी से पूछा जाता है तो यही कहता है कि व्रत अविवाहित लड़कियां अच्छा वर पाने के लिए करती हैं। लेकिन असल में श्रावन मास में भगवान शिव के व्रत करने के पीछे अन्य कारण हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं कि श्रावन मास में व्रत करने से क्या क्या लाभ होते हैं।
श्रावन मास में लड़कियां क्षगवान शिव का व्रत अच्छा वर प्रपात करने के लिए करती है। कि उनकी शादी किसी ऐसे इंसान से हो जो जीवन भर उनका खयाल रखें। वहीं शादीशुदा महिलाएं सुख-संम्पत्ति पाने के लिए श्रावन मास में व्रत करती हैं।
वहीं विवाहित महिलाएं अपने दामपत्य जीवन को सुखी बनाने तथा घर परिवार में शाींती रहने के लिए श्रावन मास में भगवान शिव का व्रत रह कर पूजा पाठ करती है।
ऐसा माना जाता है कि श्रावन में विवाहित महिलाओं द्वारा व्रत रहने से घर में सुख शांति मिलती है।
ऐसा माना जाता है कि श्रावन में विवाहित महिलाओं द्वारा व्रत रहने से घर में सुख शांति मिलती है।
ऐसा माना जाता है कि श्रावन में शंकर भगवान का व्रत करने से उम्र लंबी होती है। श्रावन में व्रत करने से इंसान को निरोगी काया मिलती है।