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भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी में किए गए इस शोध में पता चला है कि सिर्फ डीएनए में गड़बड़ी होने से आनुवांशिक बीमारियां नहीं होतीं। आहार इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। आहार ठीक न हो तो वह ऐसी बीमारी पैदा कर सकता है और अगर आहार सही हो तो वो बीमारी पर रोक भी लगा सकता है।
भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

 

जयपुर । भारतीय भोजन की महिमा हर देश विदेश में फेली हुई है । भारत के भोजन का स्वाद चखने के लिए लोग दूर देश से आते हैं इतना ही नहीं वह इसको अपना कर भारिया भोजन का स्वाद भी अपने साथ अपने घर ले कर जाते हैं । हमारे देशकी बहुत बड़ी खासियत है की हर प्रांत में अपना ही अलग प्रकार का भोजन और स्वाद होता है । इतना ही नहीं हर 300 किलोमीटर में ही पानी और भोजन का स्वाद बादल जाता है ।भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

भारतीय भोजन को भले ही बहुत गरिष्ठ भोजन कहा जाता है । पर आपको जान कर हैरानी होगी की यह भोजन सिर्फ हमारा पेट ही नहीं भरता है  बल्कि यह हमारी सेहत पर भी बहुत गहरा असर डालता है । आइये जानते हैं कैसे ?भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

हमारे भोजन में जिस तरह के मसाले का उपयोग किया जाता है वह असल में आयुर्वेद का खजाना पाया जाता है । वह हर तरह की बीमारी में हमको फायदा करने का काम करता है । इतना ही नहीं यह पेट से लेकर कैंसर  जैसी गंभीर बीमारी का भी इलाज़ करता है । लीवर , किडनी , सर से लेकर पैर तक की कई गंभीर बीमारियों का इलाज़ हमारे भोजन में ही छुपा हुआ होता है ।भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

बीमारियों को मात देने में भारतीय भोजन पद्धति बेहतर है। यह एक शोध में साबित हुआ है। शोध के मुताबिक, भारतीय आहार आनुवांशिक बीमारियों रोकने में कारगर साबित होता है।भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी में किए गए इस शोध में पता चला है कि सिर्फ डीएनए में गड़बड़ी होने से आनुवांशिक बीमारियां नहीं होतीं। आहार इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। आहार ठीक न हो तो वह ऐसी बीमारी पैदा कर सकता है और अगर आहार सही हो तो वो बीमारी पर रोक भी लगा सकता है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, पश्चिमी आहार आनुवांशिक रोगों को बढ़ाने का काम करता है जबकि भारतीयों का लो कैलोरी आहार ऐसे रोगों से बचाता है। वैज्ञानिकों ने चूहों पर इस शोध को प्रयोग किया।पहले समूह को पश्चिमी और दूसरे को भारतीय आहार दिया गया। पहला समूह ल्यूपस से ग्रसित हो गया और भारतीय खाना खाने वाला दूसरा समूह इस रोग का शिकार होने से बच गया।

 

जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी में किए गए इस शोध में पता चला है कि सिर्फ डीएनए में गड़बड़ी होने से आनुवांशिक बीमारियां नहीं होतीं। आहार इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। आहार ठीक न हो तो वह ऐसी बीमारी पैदा कर सकता है और अगर आहार सही हो तो वो बीमारी पर रोक भी लगा सकता है। भारतीय भोजन में छिपा है सेहत का खजाना ; स्टडी

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