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लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क

नतीजे सामने आए कि जब पार्टिसिपेंट्स के रोमांटिक पार्टनर उनके साथ उस कमर में मौजूद थे तब वे अपनी क्षमता से ज्यादा दर्द सहने में सक्षम रहे। हालांकि इस दौरान दोनों पार्टनर सिर्फ एक दूसरे को देख सकते थे। वे न तो एक दूसरे का हाथ पकड़ सकते थे औऱ ना ही कुछ बात कर सकते थे। रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि जब पार्टिसिपेंट्स रूम में अकेले थे तब वे अपने नाखून पर सिर्फ 2.5 किलोग्राम का प्रेशर झेल पाए लेकिन जब उनका पार्टनर उनके साथ रूम में मौजूद था तब उनके द्वारा प्रेशर झेलने की क्षमता 2.8 किलोग्राम तक हो गई।
लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क

जयपुर । माँ बनना बहुत ही सौभाग्य की बात है । हर महिला व्जिवन में यह समय बहुत बड़ा परिवर्तन ले आता है । वह एक बार शादी के बाद भले ही अपने पति की जगह खुद के लिए जी ले पर बच्चा होने के बाद वह अपने आप या पति के लिए जीना जैसे भूल सी ही जाती है ।लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क
आज कल एक चलन जैसे चल पड़ा है की आज के समय में लोग आपनि गर्भवती पत्नी क्ले साथ डिलिवरी के समय लेबर रूम में मौजूद रहने लगे हैं । यह चलन भारत में पहले नही था । पर अब भारत में भी यह चलन देखा जा रहा है । पर अब लोगों को के मन में इस बात को लेयकर सवाल उठने लगे हैं की ऐसा करना सही है भी या नही । यानि पुरुषों के मन में यह सवाल खड़ा होने लगा है की क्या उनका लेबर रुम में जाना सही है की नहीं । लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क
स्टडी के लिए वैज्ञानिकों ने 48 कपल्स को चुना जिन्हें एक एक्सपेरिमेंट से गुजरना था। इस एक्सपेरिमेंट के तहत शोधकर्ताओं ने पार्टिसिपेंट्स की सबसे छोटी उंगली को एक मशीन के अंदर रखा जहां वह मशीन उंगली के नाखून पर धीरे-धीरे करीब 3 किलोग्राम का प्रेशर बना रही थी। इस प्रक्रिया को 3 बार दोहराया गया। 2 बार पार्टिसिपेंट स्टडी कंडक्टर के साथ रूम में अकेले थे और एक बार अपने रोमांटिक पार्टनर के साथ। लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क
नतीजे सामने आए कि जब पार्टिसिपेंट्स के रोमांटिक पार्टनर उनके साथ उस कमर में मौजूद थे तब वे अपनी क्षमता से ज्यादा दर्द सहने में सक्षम रहे। हालांकि इस दौरान दोनों पार्टनर सिर्फ एक दूसरे को देख सकते थे। वे न तो एक दूसरे का हाथ पकड़ सकते थे औऱ ना ही कुछ बात कर सकते थे। रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि जब पार्टिसिपेंट्स रूम में अकेले थे तब वे अपने नाखून पर सिर्फ 2.5 किलोग्राम का प्रेशर झेल पाए लेकिन जब उनका पार्टनर उनके साथ रूम में मौजूद था तब उनके द्वारा प्रेशर झेलने की क्षमता 2.8 किलोग्राम तक हो गई। लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क
इस रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि अगर बच्चे को जन्म देते वक्त डिलिवरी रूम में बच्चे का होने वाला पिता भी मौजूद रहे तो महिला के लेबर पेन में भले ही कमी ना हो लेकिन उसके द्वारा दर्द सहने की क्षमता कुछ प्रतिशत तक बढ़ सकती है।

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नतीजे सामने आए कि जब पार्टिसिपेंट्स के रोमांटिक पार्टनर उनके साथ उस कमर में मौजूद थे तब वे अपनी क्षमता से ज्यादा दर्द सहने में सक्षम रहे। हालांकि इस दौरान दोनों पार्टनर सिर्फ एक दूसरे को देख सकते थे। वे न तो एक दूसरे का हाथ पकड़ सकते थे औऱ ना ही कुछ बात कर सकते थे। रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि जब पार्टिसिपेंट्स रूम में अकेले थे तब वे अपने नाखून पर सिर्फ 2.5 किलोग्राम का प्रेशर झेल पाए लेकिन जब उनका पार्टनर उनके साथ रूम में मौजूद था तब उनके द्वारा प्रेशर झेलने की क्षमता 2.8 किलोग्राम तक हो गई। लेबर रूम में पार्टनर की मौजूदगी बढ़ा देती है दर्द सहन करने की क्षमता क

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