बंदर की तुलना में ज्यादा तेज काटता है इंसान, जानिये इसका कारण
जयपुर। बंदरों के काटने की खबर हम हमेशा अखबारों में पढ़ते हैं। जिसमें जो भी पीड़ित होता है उसके कई गहरे घाव लगते है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बंदरों से ज्यादा इंसान बुरी तरह से काटते हैं। यह बात एक अध्ययन से पता चली है। जिसमें बताया गया है कि इंसान बंदरों से तेज काटते है। ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं शोध में पाया कि इंसान के जबड़े की मांसपेशियां अपेक्षाकृत कम ताकतवर होती हैं,
लेकिन फिर भी इंसान बंजरों से ज्यादा तेज काटते हैं। अब तक बंदर प्रजाति के चिम्पांजी, गोरिल्ला और ऑरांगुटान को ही सबसे खतरनाक काटने वाले जीव माना जाता था लेकिन इस शोध से ज्ञात हुआ है कि इंसान इनसे भी तेज काटते है। शोध में पता चला है कि इंसान को काटने के लिए बहुत ज्यादा ताकत का प्रयोग नहीं करना पड़ता है। बता दे कि मानवीय जबड़े में इतनी ज्यादा ताकत नहीं होती है कि वह इन जानवरों का मुकाबला कर सके। यूनीवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल,
अर्थ एंड एनवायरॉनमेंटल साइंसेज के कॉम्प्यूटेशनल बायोमैकेनिक्स रिसर्च ग्रुप के स्टीफन व्रो के नेतृत्व में यह अध्ययन किया गया है। शोधकर्ताओं ने इसके लिए 3डी तकनीक का प्रयोग ज्ञात किया कि इंसान ही बंदर से ज्यादा तेज काटता है इसके पीछे का कारण दे दे हुये वैज्ञानियों ने बाताया कि आधुनिक इंसान के दांतों में इनैमल की मोटी परत में एक खास किस्म की विसंगति पाई जाती है इसी कारण से इंसानों में इनैमल की मोटी परत और दांतों की जड़ें गहरी होने के कारण ही उनके दांत काटते समय अधिक वजन झेल पाते हैं।