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माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

Ranibizubam और Aflibercept का इस्तेमाल रेटीना के इलाज में किया जाता है। इसमें ऐंटी वस्कुलर एंडोथीलिअल ग्रोथ फैक्टर (ऐंटी-VEGF) एजेंट होते हैं। ये आंखों में VGEF बनने से रोकते हैं। VGEF ब्लड वेसल्स बनाने में मदद करते हैं लेकिन यह रेटीना के लिए कई तरह की समस्याएं भी पैदा करता है।
माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

 

जयपुर । जब कोई महिला गर्भवती होती है तो उसको अपनी सेहत का बहुत ही खास ध्यान रखना पड़ता है । हर महिला के जीवन में यह 9 महीने किसी तपस्या की तरह निकलते हैं । कई कई महिलाओं को तो बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है । इस समय न सिर्फ अपनी सेहत बल्कि बच्चे के स्वास्थ्य में भी कोई ढील वह बरत नहीं सकती है ।माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

आज हम बात कर रहे हैं ऐसे समय में माँ के द्वारा ली जाने वाली एक दवा के बारे में । हम बात कर रहे हैं माँ के द्वारा आँखों में  डाली जाने वाली दवाओं से होने वाले प्रभाव के बारे में । आइये जानते हैं की क्या परभाव पड़ता है इसका बच्चे के स्वस्थ पर ।माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

आंखों के इलाज के लिए मां के द्वारा इस्तेमाल की जाने वालीं कुछ दवाएं नवजात बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। ये दवाएं ब्रेस्टमिल्क में मिल जाती हैं और बच्चे के स्वास्थ के लिए नुकसानदेह साबित होती हैं। एक नई रिसर्च में यह बात सामने आई है। माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

Ranibizubam और Aflibercept का इस्तेमाल रेटीना के इलाज में किया जाता है। इसमें ऐंटी वस्कुलर एंडोथीलिअल ग्रोथ फैक्टर (ऐंटी-VEGF) एजेंट होते हैं। ये आंखों में VGEF बनने से रोकते हैं। VGEF ब्लड वेसल्स बनाने में मदद करते हैं लेकिन यह रेटीना के लिए कई तरह की समस्याएं भी पैदा करता है।माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

वहीं, ब्रेस्टमिल्क में मौजूद VGEF नवजात बच्चे के पाचन तंत्र के विकास में जरूरी भूमिका निभाता है। ऐसे में ब्रेस्ट मिल्क में ऐंटी-VGEF एजेंट का होना बच्चे के डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

Ranibizubam और Aflibercept का इस्तेमाल रेटीना के इलाज में किया जाता है। इसमें ऐंटी वस्कुलर एंडोथीलिअल ग्रोथ फैक्टर (ऐंटी-VEGF) एजेंट होते हैं। ये आंखों में VGEF बनने से रोकते हैं। VGEF ब्लड वेसल्स बनाने में मदद करते हैं लेकिन यह रेटीना के लिए कई तरह की समस्याएं भी पैदा करता है। माँ की आंखो में डाली जाने वाली दवा बच्चे  के विकास पर पड़ सकती है भारी

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