फुटपाथ पर रहने वाली लड़की ने किया कमाल, प्रशासन ने गिफ्ट में दिया घर
मध्य प्रदेश बोर्ड के 10वीं के नतीजे घोषित हो चुके हैं और इस बार पिछली बार की तुलना में परीक्षाफल के नतीजे बेहतर रहे और कई छात्रों ने टॉप किया । लेकिन एक छात्रा ऐसी रही जिसके पास ना तो रहने को घर था और ना ही पढ़ने के लिए कोई सुविधा मगर फिर भी उसने उस कहावत को सही कर दिखाया जिसमें कहा जाता है कि, ‘मंजिल उन्हीं को मिलती है; जिनके सपनो में जान होती है; पंख से कुछ नहीं होता; हौंसलों से ही उड़ान होती है।’
बताया जा रहा है कि, इंदौर में दसवीं कक्षा की परीक्षा में 68 प्रतिशत अंक लाने वाली मजदूर की बेटी भारती के प्रदर्शन से खुश होकर, नगर निगम ने इस होनहार छात्रा को एक घर उपहार में दिया है । छात्रा ने बताया कि वह IAS अधिकारी बनना चाहती है। उसके पिता दशरथ खांडेकर दिहाड़ी मजदूर हैं । उनके तीन बच्चे हैं ।