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पूरी टीम को हमलावरों से बचा लिया गया : तमीम इकबाल

बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हुई गोलीबारी के बाद ट्वीट करके सभी को जानकारी दी कि उनकी टीम के खिलाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हमले के समय बांग्लादेश के खिलाड़ी मस्जिद के पास मौजूद थे, लेकिन वह घटनास्थल से सुरक्षित निकले में कामयाब रहे। इकबाल
पूरी टीम को हमलावरों से बचा लिया गया : तमीम इकबाल

बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हुई गोलीबारी के बाद ट्वीट करके सभी को जानकारी दी कि उनकी टीम के खिलाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हमले के समय बांग्लादेश के खिलाड़ी मस्जिद के पास मौजूद थे, लेकिन वह घटनास्थल से सुरक्षित निकले में कामयाब रहे।

इकबाल ने ट्वीट किया, “पूरी टीम को सक्रिय हमलावरों से बचा लिया गया। यह बहुत डरावना अनुभव रहा और हमारे लिए प्रार्थनाएं करते रहिए।”

टीम के कप्तान मुशफिकुर रहीम ने ट्वीट किया, “अल्हम्दुलिल्लाह अल्लाह ने आज क्राइस्टचर्च के मस्जिद में हुई गोलीबारी के दौरान हमें बचा लिया..हम बहुत भाग्यशाली हैं। हम दोबारा ऐसी घटना होते नहीं देखना चाहते हैं..हमारे लिए प्रार्थना करें।”

हमले के कारण न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच जारी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच को रद्द कर दिया गया है। न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के बीच हुई बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया।

एनजेडसी ने ट्वीट किया, “क्राइस्टचर्च में हुई इस चौंकाने वाली घटना से प्रभावित लोगों के परिजनों और दोस्तों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं। एनजेडसी और बीसीबी के बीच हुई बातचीत के बाद हेग्ले ओवल टेस्ट को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। दोनों टीम और उसके सपोर्ट स्टाफ सुरक्षित हैं।”

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने भी एक बयान जारी किया।

रिचर्डसन ने कहा, “क्राइस्टचर्च में हुई घटना से प्रभावित लोगों के परिजनों और दोस्तों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं। दोनों टीम एवं उसके सपोर्ट स्टाफ सुरक्षित हैं और आईसीसी मैच को रद्द करने के निर्णय का समर्थन करता है।”

गोलीबारी अल नूर और लिनवुड मस्जिद में हुई। पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा कि उन्होंने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इस घटना को “न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक” के रूप में वर्णित किया।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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