मोटे पिता के साथ ही उनके बच्चों में होता है इन बीमारियों का खतरा
जयपुर। कहा जाता है कि बाप के गुण बेटे में दिखाई देते है। लेकिन वैज्ञानिकों ने अध्ययन के बाद बताया है कि कई लोगों की बीमारियां उनके बच्चों में भी दिखाई देने लग जाती है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा उनकी परवरिश और डीएनए के कारण होता है।
ऐसा आपने अक्सर सुना ही होगा कि मा के स्वास्य का असर बच्चों पर पड़ता है लेकिन हाल ही में विशेषज्ञों ने पता लगाया है कि पिता के स्वास्थ्य का असर भी बच्चों में दिखाई देता है। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पिता की दिनचर्या और दिन प्रतिदिन की गतिविधियों को उनके बच्चों में एपिजेनेटिक तंत्र द्वारा आसानी से स्थानांतरित किया जा सकता है।
कई लोगों का मानना होता है कि पिता के मधुमेह के रोग से ग्रस्त होने पर बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन ऐसा सोचना गलत है। अध्ययन से पता चलता है कि पिता के मोटापे के कारण बच्चे के विकास में रूकावट आती है और उनका विकास सही प्रकार नहीं को पाता है।
अध्ययन से स्पष्ट परिणाम सामने आए हैं। जिसमें कहा गया है कि पिता की भलाई इसी में है कि वह अपने बॉडी मास इंडेक्स करें। मधुमेह जैसी बीमारियां उनके वंश के डीएनए पर प्रभाव डालने में सक्षम हैं। पिता के मोटापे के कारण जो समस्या पिता में उत्पन्न होने का खतरा बना रहता है वही खतरा बच्चे पर भी बना रहता है।
हालाँकि, आपका मोटापा आपके बच्चे के स्वास्थ्य की तुलना में आपके शरीर पर अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। मोटापा आपकी शारीरिक कार्यक्षमता पर भी बुरा असर डालता है और लंबे जीवन की कामना के लिए खतरा पैदा कर सकता है। पिता से जुड़े कुछ रोग इस प्रकार हो सकते हैं। श्वसन संबंधी विकार, डायबिटीज और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे कई रोग हो सकते हैं।