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टीम बेशक मुझसे नाखुश हो, लेकिन अच्छा प्रदर्शन करे : स्टीफन कांस्टेनटाइन

एएफसी एशियन कप 2019 की तैयारियों के रूप में जॉर्डन के खिलाफ होने वाले अहम मुकाबले से पहले भारतीय फुटबाल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने बुधवार को यहां कहा कि अगर खिलाड़ी उन्हें नापसंद करते हैं और इसके बावजूद अपने देश के लिए दमदार प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें बहुत खुशी होगी। कांस्टेनटाइन के
टीम बेशक मुझसे नाखुश हो, लेकिन अच्छा प्रदर्शन करे : स्टीफन कांस्टेनटाइन

एएफसी एशियन कप 2019 की तैयारियों के रूप में जॉर्डन के खिलाफ होने वाले अहम मुकाबले से पहले भारतीय फुटबाल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने बुधवार को यहां कहा कि अगर खिलाड़ी उन्हें नापसंद करते हैं और इसके बावजूद अपने देश के लिए दमदार प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें बहुत खुशी होगी।

कांस्टेनटाइन के मार्गदर्शन में भारत ने पिछले दोस्ताना मुकाबले में चीन के खिलाफ रोमांचक गोल रहित ड्रॉ खेल था। उन्होंने भारतीय टीम में लगातार युवा खिलाड़ियों को प्रमोट किया हैं, ऐसे में इस आशय की भी रिपोर्ट हैं कि टीम के कई खिलाड़ी उनसे नाखुश हैं।

कांस्टेनटाइन ने इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, “अगर सभी खिलाड़ी मुझसे नाखुश होते तो आपको लगता है कि वह चीन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करके गोल रहित ड्रॉ खेलते? अगर सभी खिलाड़ी मुझसे नाखुश होते तो आपको लगता है कि हम देश के इतिहास में पहली बार लगातार 14 मैच तक अजेय रहते और सैफ कप भी जीतने में कामयाब हो पाते क्योंकि हमने टूर्नामेंट के लिए अपने प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत 10 खिलाड़ियों से की थी? आप पिछले चार वर्षो के नतीजे देख लीजिए। अगर खिलाड़ी मुझसे नाखुश होकर ऐसा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो ऐसा ही रहने दीजिए।”

कोच ने पिछले वर्ष हुए अंडर-17 फीफा विश्व कप में भारत का अहम हिस्सा रहे 18 वर्षीय कोमल थताल को भी सीनियर टीम में शामिल किया है। हालांकि, उन्होंने माना कि थताल अभी सीनियर टीम के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलने के लिए तैयार नहीं हैं।

कांस्टेनटाइन ने आईएएनएस से कहा, “मैं नहीं समझता कि कोमल अभी सीनियर टीम में खेलने के लिए तैयार हैं। हमें टीम के लिए स्ट्राइकर की खोज करने में बहुत मुश्किल होती है क्योंकि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में भी अधिकतर टीमें विदेशी स्ट्राइकर के साथ खेलती है। अगर मैं आयोजक होता तो किसी भी टीम को विदेशी स्ट्राइकर नहीं रखने देता। भारतीय खिलाड़ी इसलिए भी विंग या मिडफील्ड में खेलने की कोशिश करते हैं ताकि वह टीम में बने रहें। लेकिन, हम अपनी खोज जारी रखेंगे और बेहतरीन खिलाड़ियों को ही टीम में स्ट्राइकर के रूप में मौका देंगे।”

जॉर्डन के खिलाफ होने वाले अहम मैच से पहले भारत को दिग्गज स्ट्राइकर सुनील छेत्री के चोटिल होने से तगड़ा झटका लगा है।

कांस्टेनटाइन ने कहा, “जॉर्डन के खिलाफ होने वाले मुकाबले के लिए सुनील का न होना हमारे लिए एक बड़ा झटका है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और उन्होंने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया है। वह उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता, लेकिन किसी को जॉर्डन के खिलाफ उनका स्थान लेना होगा है। इससे युवा खिलाड़ियों को अच्छा मौका मिलेगा कि वे खुद को साबित कर पाएं। हालांकि, छेत्री के स्तर का खिलाड़ी ढूंढ़ना मुश्किल है लेकिन हमें यह देखना होगा कि युवा खिलाड़ी इस मौके का लाभ उठा पाते हैं या नहीं।”

भारत को 17 नवंबर को जॉर्डन के साथ अम्मान में दोस्ताना मैच खेलना है। भारतीय फुटबाल के इतिहास में यह पहली बार है कि टीम जॉर्डन के साथ दोस्ताना मुकाबला खेलने उतर रही है।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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