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बवासीर मे अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, मिलेगा बहुत आराम

जयपुर, बवासीर ऐसी बिमारी का नाम है। जिससे व्यक्ति का जीना मुश्किल हो जाता है। इस बिमारी को लेकर कहा जाता है कि दुश्मन को भी इस बिमारी का श्राप नहीं देना चाहिए। इसके हो जाने पर रोगी को असहनीय दर्द होता है। दरअसल यह मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण फैलती
बवासीर मे अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, मिलेगा बहुत आराम

जयपुर, बवासीर ऐसी बिमारी का नाम है। जिससे व्यक्ति का जीना मुश्किल हो जाता है। इस बिमारी को लेकर कहा जाता है कि दुश्मन को भी इस बिमारी का श्राप नहीं देना चाहिए। इसके हो जाने पर रोगी को असहनीय दर्द होता है। दरअसल यह मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण फैलती है। इसके दो रूप होते है। अंदरूनी और बाहरी। अंदरूनी बवासीर हो जाने पर रोगी की अदरूनी नसों में सूजन आ जाती है जिससे रोगी को दर्द होता है। वहीं बाहरी बवासीर में यह सूजन गुदा के बाहर दिखती है। इसके हो जाने पर रोगी ना तो ठीक से खाना खा पाता है और ना ही शौच के लिए जा पाता है। आइए जानते है इसके बारे में….

ये है इस बिमारी के लक्षण

इस बिमारी के हो जाने पर रोगी को मलत्याग के समय बहुत पीड़ा होती है जो इसका पहला लक्षण होता है। साथ ही शौच के समय खून आना और खुजली चलने जैसे लक्षण दिखाई देते है। साथ ही इसके होनें पर व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है। और रोगी चिडचिड़ा हो जाता है।Image result for हरड

इन नस्खों से करे इसका इलाज

बवासीर के हो जाने पर छोटी हरड़ के 2 से 5 ग्राम चूर्ण का रोजाना सेवन करने से लाभ मिलता है। इसके प्रभावी इलाज के लिए बड़ी इन्द्रफला की जड़ को छाया में सुखाए व इसे पीसकर बवासीर वाले स्थान पर लगाए। कुछ दिन तक लगातार लगाने से इसमें फायदा मिलता है।  वहीं इसके लिए नीम के तेल को भी कारगर माना गया है।बवासीर मे अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, मिलेगा बहुत आराम

नीम के तेल को मस्सों पर लगाने व दो बूंद रोज सेवन करने से भी बहुत फायदा मिलता है। अपने नियमित खानपान के दौरान छाछ में काला नमक और जीरा पाउडर मिलाकर पिए। यह पेट मे जाकर अंदरूनी मस्सों पर मरहम का काम करेंगे।  छाछ में सोंठ का चूर्ण, सेंधा नमक, व साथ में थोडी सी हींग डालकर सेवन करे जल्द छुटकारा मिलेगा।

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