कुंड़ली में कमजोर सूर्य को मजबूत करने के लिए आज पढें इस आरती को
जयपुर। रविवार का दिन भगवान सूर्य का दिन माना गया है। सूर्य की कृपा से जीवन में मान सम्मान मिलता है। सूर्य को सभी ग्रहों का राजा भी माना जाता है क्योकि सौरमंडल के क्रेंद में सूर्य स्थित हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्य की पूजा करने से जीवन में तरक्की व सफलता आसानी से मिलती है। अगर किसी की कुड़ली में सूर्य की स्थिती कमजोर या अशुभ होती है तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज सूर्य पूजा को बनाएं शुभ इस आरती से-
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
त्रिभुवन – तिमिर – निकन्दन, भक्त-हृदय-चन्दन॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
सप्त-अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी, मानस-मल-हारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
सुर – मुनि – भूसुर – वन्दित, विमल विभवशाली।
अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
सकल – सुकर्म – प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व-विलोचन मोचन, भव-बन्धन भारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
कमल-समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरत अति मनसिज-संतापा॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
नेत्र-व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा-हारी।
वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।
सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै।
हर अज्ञान-मोह सब, तत्त्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।