Samachar Nama
×

कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा में हुए इस परिवर्तन के कारण हो सकते हैं, थायरॉइड के शिकार

जयपुर। हम में से कई लोग अपने खान पान का ध्यान रखते हैं, नियमित एक्साइज करते हैं भोजन में भी पौष्टिक आहार लेते हैं उसके बाद भी कई लोगो को कुछ न कुछ बीमारिया लग ही जाती हैं। इसका कारण हमारी कुंड़ली में स्थिति ग्रहों का योग है जिससे कारण कोई न कोई बीमारी लग
कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा में हुए इस परिवर्तन के कारण हो सकते हैं, थायरॉइड के शिकार

जयपुर। हम में से कई लोग अपने खान पान का ध्यान रखते हैं, नियमित एक्साइज करते हैं भोजन में भी पौष्टिक आहार लेते हैं उसके बाद भी कई लोगो को कुछ न कुछ बीमारिया लग ही जाती हैं। इसका कारण हमारी कुंड़ली में स्थिति ग्रहों का योग है जिससे कारण कोई न कोई बीमारी लग ही जाती है।

आज हम इस लेख में हम थायरॉयड के बारे मे बता रहे हैं किसी ग्रह के कारण थायरॉयड की बीमारी लगती है। थायरॉयड ग्रंथि हमारी गर्दन में स्थित होती है, यह हमारे शरीर में हार्मोन को स्रावित करती है।  जिसके कारण हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। जिसकारण ये हार्मोन हमारे शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करती हैं। ऐसे में जब यह ग्रंथि बहुत अधिक या बहुत कम हार्मोन का स्राव करती है तो इसके कारण हमे थकान, बेचैन या वजन कम होने या बढ़ने की समस्या होने लगती है।

कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा में हुए इस परिवर्तन के कारण हो सकते हैं, थायरॉइड के शिकार

थायरॉइड होने के ज्योतिषीय कारण

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद ग्रहों और नक्षत्रों की दशा को देखकर इस रोग के बारे में जानकारी प्राप्त किया जा सकता है।

  • अगर जन्म कुंडली में सूर्य और बृहस्पति की युति होती है, इसके साथ ही इस युति पर शनि, राहु और मंगल की हानिकारक दृष्टि पड़ रही है तो व्यक्ति इस रोग से ग्रसित हो सकता है। इसके साथ ही कुंडली में ऐसे योग होने से थायरॉइड की बीमारी से व्यक्ति ग्रसित हो सकते हैं।

कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा में हुए इस परिवर्तन के कारण हो सकते हैं, थायरॉइड के शिकार

  • अगर कुंडली के लग्न भाव में किसी हानिकारक ग्रह की दृष्टि पड़ रही है तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित हो सकता है।
  • कुंडली में अगर पहले और दूसरे भाव का स्वामी छठे, आठवें और बारहवें भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति को थायरॉइड का शिकार बनाता है।
जन्म कुंडली में सूर्य और बृहस्पति की युति पर शनि, राहु और मंगल की हानिकारक दृष्टि पड़ रही है तो व्यक्ति इस रोग से ग्रसित हो सकता है। इसके साथ ही कुंडली में ऐसे योग होने से थायरॉइड की बीमारी से व्यक्ति ग्रसित हो सकते हैं।

Share this story