Samachar Nama
×

जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान

रावण का वध करने के बाद जब प्रभु श्रीराम अयोध्या लौटे तब इनका राज्याभिषेक किया गया और रामराज्य शुरू हो गया। ऐसी कथाएं हैं कि राम राज्य में प्रकृति अनुकूल चलती थी। पिता के जीवित रहते हुए कभी पुत्री की मृत्यु नहीं होती थी। मौसम समय से बदलते हर तरफ सुख शांति और खुशहाली थी। इसलिए आज भी अच्छे शासन की तुलना रामराज्य से की जाती हैं।
जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान

रामायण हिंदू धर्म का बहुत ही पवित्र ग्रथं माना जाता हैं वही रावण का वध करने के बाद जब प्रभु श्रीराम अयोध्या लौटे तब इनका राज्याभिषेक किया गया और रामराज्य शुरू हो गया। ऐसी कथाएं हैं कि राम राज्य में प्रकृतिय अनुकूल चलती थी। पिता के जीवित रहते हुए कभी पुत्री की मृत्यु नहीं होती थी। जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरानमौसम समय से बदलते हर तरफ सुख शांति और खुशहाली थी। इसलिए आज भी अच्छे शासन की तुलना रामराज्य से की जाती हैं। मगर राम राज्य में प्रभु श्रीराम ने ऐसे फैसले किए जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि भगवान राम ऐसा कैसे कर सकते हैं तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान

रामचंद्र जी के राजा बनने के कुछ समय बाद ऋषि मुनि राम जी के पास सुंदर नामक असुर की शिकायत लेकर पहुंचे। असुर को दंड देने के लिए श्री राम जी ने भरत को भेजना चाहते थे मगर छोटे भाई शत्रुघ्न ने कह दिया कि भरत भैय्या ने आपकी काफी सेवा कि हैं मुझे भी आपकी सेवा का अवसर मिलें।जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान श्री राम की इच्छा को बीच में काटते हुए अपनी इच्छा व्यक्त कर दी। सो राम जी ने शत्रुघ्न को सुंदर का वध करने के लिए सेना सहित जाने का आदेश दिया। साथ ही सुंदर की नगरी का राजा भी बना दिया और कहा कि अब से तुम सुंदर की नगरी में ही रहो और वहां की राज काज देखों।

जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान

भगवान के इस आदेश से शत्रुघ्न दुखी हो गए कि बड़े भाई के आदेश को काटने की वजह से उन्हें सभी से दूर जाना पड़ रहा हैं सुंदर का वध करने के बाद शत्रुघ्न ने मथुरापुरी राज्य बसाया और 12 साल तक यहां रहने के बाद वापस श्रीराम से आकर मिलें। जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरानमाता सीता की लंका में अग्नि परीक्षा हो चुकी थी और श्री राम को इस बात का पूरा भरोसा था कि देवी सीता पतिव्रता हैं बावजूद इसके एक धोबी ने देवी सीता के चरित्र को लेकर सवाल उठा दिया। श्री राम ने राजधर्म का पालन करते हुए देवी सीता को वनवास भेजने का आदेश दिया और वह भी उस समय जब देवी सीता गर्भवती थी।

रावण का वध करने के बाद जब प्रभु श्रीराम अयोध्या लौटे तब इनका राज्याभिषेक किया गया और रामराज्य शुरू हो गया। ऐसी कथाएं हैं कि राम राज्य में प्रकृति अनुकूल चलती थी। पिता के जीवित रहते हुए कभी पुत्री की मृत्यु नहीं होती थी। मौसम समय से बदलते हर तरफ सुख शांति और खुशहाली थी। इसलिए आज भी अच्छे शासन की तुलना रामराज्य से की जाती हैं। जानिए रामराज्य के ऐसे फैसले जो आपको कर देंगे हैरान

Share this story