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मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

हिंदू धर्म का हर ग्रंथ कर्म को पूजा के बराबर मानता हैं। मगर वही कर्म के साथ ही साथ ईश्वर की भक्ति और उनकी कृपा को भी सफलता का ही सूत्र माना जाता हैं। आज के समय में इंसान का जीवन व्यस्तता में बीत रहा हैं। व्यक्ति के पास काम व दायित्वों को पूरा करने
मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

हिंदू धर्म का हर ग्रंथ कर्म को पूजा के बराबर मानता हैं। मगर वही कर्म के साथ ही साथ ईश्वर की भक्ति और उनकी कृपा को भी सफलता का ही सूत्र माना जाता हैं।

मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

आज के समय में इंसान का जीवन व्यस्तता में बीत रहा हैं। व्यक्ति के पास काम व दायित्वों को पूरा करने की उलझन में ईश्वर को याद करने के लिए वक्त निकालना बहुत ही मुश्किल हो गया हैं।मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

यही कारण हैं, आज हम आपको धर्मग्रंथों का एक ऐसा ही सरल और अचूक मंत्र बताने जा रहे हैं। जिसके लिए आस्था है,कि देव पूजा के अलावा कार्य और जिम्मेदारियों के दौरान किसी भी समय किसी कार्य के अटकने या फिर उलझने पर मन ही मन स्मरण करें,तो व्यक्ति के सारे कार्य बिना किसी बाधा और परेशानी के पूर्ण हो सकते हैं।मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

आपको बता दें,कि यह मंत्र भगवान विष्णु के साथ उनकेअवतार श्री कृष्ण का स्मरण हैं। वही वर्तमान में चल रहे चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी कामदा एकादशी 11 अप्रैल, को भी इन दोनों देवताओं की उपासना का विशेष काल माना जाता हैं।मुसीबतों में मन ही मन बोलें यह विष्णु मंत्र, शुभ फल मिलेंगे

इसलिए इस योग में भी विष्णु का यह मंत्र स्मरण बहुत ही फलदायी और सुखदायी होता हैं। तो आइए जानते हैं, विष्णु के इस मंगलाकारी और शुभकारी मंत्र के बारे में।

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वही प्रात:काल में स्नान के बाद अगर संभव हो सके हो पीले वस्त्रों को धारण कर मंदिर में भगवान विष्णु और भगवान श्री कृष्ण की पूजा गंध, अक्षत, पीले फूल व धूप, दीप से करें।

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वही पूजा के बाद इस मंत्र का जप करें। यही मंत्र दिन में किसी भी समय कार्य के दौरान या किसी मुश्किलों के वक्त में ध्यान करें। ‘श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव’

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