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Neelkanth Mahadev Temple की स्पाइरल जलधारा से प्रेरित होगा भोपाल का एसपीए भवन

मलवा के मांडू में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर की स्पाइरल जलधारा से प्रेरित होकर भोपाल के योजना एवं वास्तुकला विद्यालय (एसपीए) का नया शैक्षणिक भवन बनाया जाएगा। सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ऑनलाइन माध्यम से यहां इस भवन का शिलान्यास किया। शिलान्यास के उपरांत निशंक ने कहा, “हम सभी को
Neelkanth Mahadev Temple की स्पाइरल जलधारा से प्रेरित होगा भोपाल का एसपीए भवन

मलवा के मांडू में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर की स्पाइरल जलधारा से प्रेरित होकर भोपाल के योजना एवं वास्तुकला विद्यालय (एसपीए) का नया शैक्षणिक भवन बनाया जाएगा। सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ऑनलाइन माध्यम से यहां इस भवन का शिलान्यास किया। शिलान्यास के उपरांत निशंक ने कहा, “हम सभी को यह, याद रखना चाहिए कि हमारे योग्य वास्तुकार, योजनाकार और डिजाइनर न केवल हमारी बस्तियों को आकार देते हैं, बल्कि हमारी सभ्यताओं और संस्कृतियों को भी आकार देते हैं। वे विकास के दर्शन को लागू करने और उसे वास्तविक बनाने के लिए जमीन पर लोगों के साथ जुड़ते एवं सहयोग करते हैं। हमारे भविष्य को डिजाइन करने में उनकी भूमिका अतुलनीय है।”

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, “संस्थान के प्रतीक चिन्ह की तरह इस भवन का डिजाइन भी मलवा के मांडू में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर के स्पाइरल जलधारा से प्रेरित है। मेरा मानना है कि इस भवन के निर्माण के माध्यम से न केवल इस संस्थान की वर्तमान और भविष्य की जरूरतें पूरी होंगी अपितु राष्ट्रीय शिक्षा नीति की परिकल्पनाओं को साकार करते हुए वास्तुकला स्टूडियो के निर्माण में भी सहायता प्राप्त होगी।”

उन्होंने शैक्षणिक ब्लॉक की संरचना की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भारतीय वास्तुकला की श्रेष्ठता को दर्शाता है। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रभावों के माध्यम से भारतीय वास्तुकला पर गहरा असर पड़ा है। हमारे देश में स्मारकों और मंदिरों की भव्यता अपने युग की गाथा सुनाते हैं। यह आश्चर्य की बात है कि हमारे देश के भीतर कई स्थापत्य शैलियां हमें विरासत में मिली हैं।

उन्होनें एसपीए की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस संस्थान ने भारत की स्थापत्य शैली को आगे बढ़ाया है और इसको ‘कल्पना विश्वविद्यालय’ के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां सभी हितधारकों छात्रों, शोधकर्ताओं, प्रोफेसरों और बड़े पैमाने पर समाज के बीच जिज्ञासा की भावना प्रबल होगी। एसपीए वास्तुकला योजना और डिजाइन के अनुशासन के माध्यम से सार्वभौमिक डिजाइन, संरक्षण तथा पर्यावरणीय जीविका, सांस्कृतिक जीविका और सामाजिक जीविका के लिए प्रयास करेगा।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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