तो इस तकनीक की मदद से जल्द ही खत्म होगी इंसानी खून की किल्लत
जयपुर। अक्सर आए दिन अस्पतालों में खून की कमी के चलते कई बार मरीज की मौत हो जाती है। क्योंकि सही समय पर सही समूह वाले खून का मिलना एक गंभीर समस्या हो जाती हैं। मगर अब आने वाले दिनों में इस समस्या से नही जूंझना पड़ेगा। जी हां, वैज्ञानिकों का कहना है कि वे शीघ्र ही इलाज में काम आने वाले रक्त की आपूर्ति का एक नया तरीका खोज रहे हैं। इस तकनीक के सफल होते ही खून की बेशुमार आपूर्ति संभव हो सकेगी। फिर कभी किसी की जान केवल खून ना मिलने से नहीं होगी।
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वर्तमान दौर में कई बार मरीजों को वक्त पर आवश्यक रक्त नहीं मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मगर यह तकनीक आ जाने के बाद यह ब्लड की कमी दूर हो जाएगी। गौरतलब है कि कई बीमारियों में तो दिन रात केवल खून की ही जरूरत पड़ती है। ऐसे में मरीज के परिजन काफी मुश्किलों के बाद खून का इंतजाम कर पाते हैं। मगर यह तकनीक आने वाले समय में इस किल्लत को दूर कर देगी।
कई सालों के शोध के बाद आखिरकार वैज्ञानिक ने वयस्क कोशिकाओं को मूल कोशिकाओं में बदल दिया हैं। इसी तरह अब रक्त कोशिकाओं को भी बदलने का प्रयोग किया जा रहा है। पिछले 20 सालों से वैज्ञानिक रात दिन इसी बात का पता करने में जुटे हुए हैं कि क्या इंसान के खून में कृत्रिम तौर पर मूल कोशिकाओं का निर्माण किया जा सकता है या नहीं। अब जाकर उम्मीद की किरण जगने लगी हैं।
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हालांकि फिलहाल यह शोध आंशिक तौर पर सफल हुआ है। मगर कुछ सालों में ही रक्त की यह समस्या सुलझा ली जाएगी। शोधकर्ताओं ने बताया हैं कि उन्हें अलग-अलग तरह की कोशिकाओं को आपस में बदलने के प्रयोग में काफी सफलता मिली है। इन कोशिकाओं में कुछ नमूने रक्त की मूल कोशिकाओं के भी थे। फिलहाल चूहे के शरीर में यह प्रयोग सफल हो चुका है। आने वाले वक्त में इसी तरह इंसानी रक्त कोशिकाओं का भी निर्माण किया जा सकेगा।