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तो मंगल के धारियों वाले विचित्र पत्थरों से पानी की मौजूदगी की जताई हो जा रही है आशंका

जयपुर। इंसान कई सालों से मंगल ग्रह पर खोज कर रहा है कि मंगल पर जीवन है। इस जिद्द ने इंसानों को अंतरिक्ष बस्ति बसाने का एक मौका दिया है। चांद पर जाना तो जैसे एक द्वीप से दुसरे द्वीप में जाने सा आसान लगता है। वाकई इंसान ने कई तरह की तकनीक विकसित आसमान
तो मंगल के धारियों वाले विचित्र पत्थरों से पानी की मौजूदगी की जताई हो जा रही है आशंका

जयपुर। इंसान कई सालों से मंगल ग्रह पर खोज कर रहा है कि मंगल पर जीवन है। इस जिद्द ने इंसानों को अंतरिक्ष बस्ति बसाने का एक मौका दिया है। चांद पर जाना तो जैसे एक द्वीप से दुसरे द्वीप में जाने सा आसान लगता है। वाकई इंसान ने कई तरह की तकनीक विकसित आसमान को भी चीर निकल गया है और हर आसमान की हर चीज़ को जानने और परखने का  मौका भी नहीं गवाँ रहा है। ऐसी मंगल ग्रह तक पहुँच कर उसको खंगालने की कोशिश कर रहा है हालही शोध के दौरान मंगल पर कुछ धारी वाले पत्थर मिले है।तो मंगल के धारियों वाले विचित्र पत्थरों से पानी की मौजूदगी की जताई हो जा रही है आशंका

नासा का विशेष यान मंगल के वातावरण के बारे में जानकारी जुटा रहा है। तो नासा ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है कि मंगल की सतह पर कुछ अजीब से धारीदार पत्थर नज़र आ रहे हैं। वैज्ञानीकों का मानना है की मंगल की सतह पर इस तरह के धारी वाले पत्थर पहली बार नज़र आये हैं। नासा ने इन तस्वीरों का गहनता से शोध कर रहा हैं। जांच के बाद यह ज्ञात हुआ की पत्थर पर ऐसी धारियां बनने का कारण उस पर गीली मिट्टी का बार-बार जमना हो सकता है।तो मंगल के धारियों वाले विचित्र पत्थरों से पानी की मौजूदगी की जताई हो जा रही है आशंका

आपको बता दे की मंगल की सतह पर धूलभरी हवाएं चलती रहती हैं। इन हवाओं के कारण पत्थरों पर जमी गीली मिट्टी बार-बार उखड़ जाती होगी। तो इन्हीं कारणों से इन पत्थरों पर धारी के निशान बन जाते होंगे। इन धारी के पत्थरों के अध्ययन के बाद वैज्ञानीकों का कहना है की अरबों साल पहले मंगल ग्रह पर भी पानी मौजूद था। इसका परिणाम धारियां तेज हवा औऱ गीली मिट्टी हैं। नासा का रोवर अपना कार्य बहुत ही कुशलता से कर रहा है। हो सकता है की ये आगे भी मंगल के बारे में और भी नये रहस्य उजागर हो पाये।तो मंगल के धारियों वाले विचित्र पत्थरों से पानी की मौजूदगी की जताई हो जा रही है आशंका

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