भगवान शिव के इस मंदिर में हर साल गिरती है आसमानी बिजली
जयपुर, हमारी दुनिया जो की बहुत से रहस्यो से भरी हुई है। कुछ रहस्ये तो ऐसे भी है जिनके बारें में जान पाना बडा ही मुश्किल है। ऐसे ही बात करे अगर मंदिरो की तो कुछ मंदिर भी ऐसे है जो कई रहस्यो से भरे हुऐ है। परन्तु हर एक मंदिर अपनी अपनी एक अलग पहचान रखते है। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जो सैकड़ों सालों से एक रहस्य बना हुआ है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हम बता दें कि हम बात कर रहे है हिमाचल प्रदेश के कुल्लू शहर में स्थित ब्यास और पार्वती नदी के संगम के पास ऊंचे पर्वत पर स्थित शिव मंदिर की। बता दे कि इस मंदिर कि खास बात है कि इस पर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है। बिजली गिरने के कारण मंदिर के शिवलिग खडितं हो जाती है। इस मंदिर से जुडी कुछ पुरानी घाटनाए भी सुनने को मिलती है जो कि बहेद ही रोचक है। कहा जाता है कि यहां पर कुलान्त नामक दैत्य रहता था। यह दैत्य अपनी शक्ति के दौरान सांपो का रूप धारण कर लेता था। एक दिन कुलान्त दैत्य ने अजगर का रूप धारण करके ब्यास नदी में जा कर बैठ गया जिसके कारण नदी का बहाव रूक गया। उसका इसके पीछे ये कारण था कि नदी के सारें जीव—जन्तु मर जाऐ परन्तु इसी दोरान शिव जी क्रोधित हो गये और उन्होने उस पर वार कर दिया जिससे उनका वध हो गया।