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सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

हाल ही में विशेषज्ञों ने बताया है कि सिक्कल सेल एनीमिया हंसिया निर्माण, हीमोग्लोबिन जीन में उत्परिवर्तन की वजह से होता है। जीवन प्रत्याशा में कमी आ जाती है, एक सर्वेक्षण के अनुसार महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा 48 और पुरुषों की 42 हो जाती है। सिक्कल सेल एनीमिया के इलाज की यदि बात करें तो बोन मेरो ट्रांसप्लांट ही एकमात्र उपाय बताया जाता है, लेकिन इसके भी अपने अलग जोखिम होते हैं, मगर इसके सफल होने की भी दर अच्छी खासी है।
सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

जयपुर। सिक्कल-सेल रक्ताल्पता या ड्रीपेनोसाइटोसिस एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो ऐसी लाल रक्त कोशिकाओं के द्वारा चरितार्थ होता है जिनका आकार असामान्य, कठोर तथा हंसिया के समान होता है।

सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

यह क्रिया कोशिकाओं के लचीलेपन को घटाती है जिससे विभिन्न जटिलताओं का जोखिम उभरता है। यह हंसिया निर्माण, हीमोग्लोबिन जीन में उत्परिवर्तन की वजह से होता है। जीवन प्रत्याशा में कमी आ जाती है, एक सर्वेक्षण के अनुसार महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा 48 और पुरुषों की 42 हो जाती है।

सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

एनीमिया की बात करें तो यह बहुत आम है लेकिन लोगों में इसके प्रति जानकारी का बहुत आभाव है, साथ ही आम तौर पर शरीर में सिर्फ खून की कमी को ही एनीमिया मान लिया जाता है, जिसके प्रचलित उपायों में खूब नारियल पानी पीना, चुकंदर खाना जैसी सलाह दी जाती हैं ताकि शरीर में खून की कमी पूरी हो, लेकिन एनीमिया सिर्फ खून की कमी का नाम नहीं है।

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इसके लक्षणों की बात की जाये तो, हाथों और पैरों में सूजन, जोड़ों के दर्द, ब्लड क्लॉट, कोशिकाओं में सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुँचने की वजह से लम्बे समय तक रहने वाले दर्द, जोखिम भरे इन्फेक्शन्स जैसे कई समस्याएं शामिल होती है। सिक्कल सेल एनीमिया के इलाज की यदि बात करें तो बोन मेरो ट्रांसप्लांट ही एकमात्र उपाय बताया जाता है, लेकिन इसके भी अपने अलग जोखिम होते हैं, मगर इसके सफल होने की भी दर अच्छी खासी है।

सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

डॉ. एशा कोल इस बारे में बताते है कि सिक्कल सेल एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति का जीवन काफी कष्टदायक होता है। लेकिन एक अच्छे इलाज और सही डायग्नोसिस से इसे काफी हद तक सही किया जा सकता है।

हाल ही में विशेषज्ञों ने बताया है कि सिक्कल सेल एनीमिया हंसिया निर्माण, हीमोग्लोबिन जीन में उत्परिवर्तन की वजह से होता है। जीवन प्रत्याशा में कमी आ जाती है, एक सर्वेक्षण के अनुसार महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा 48 और पुरुषों की 42 हो जाती है। सिक्कल सेल एनीमिया के इलाज की यदि बात करें तो बोन मेरो ट्रांसप्लांट ही एकमात्र उपाय बताया जाता है, लेकिन इसके भी अपने अलग जोखिम होते हैं, मगर इसके सफल होने की भी दर अच्छी खासी है। सिक्कल सेल एनीमिया होने पर व्यक्ति के शरीर के ये अंग होते है प्रभावित

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