Samachar Nama
×

शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथा

शनि प्रदोष व्रत मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए बहुत ही खास माना जाता हैं वही आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि हैं साथ ही आज शनिवार भी पड़ा हैं हर त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखा जाता हैं शनिवार होने के कारण यह शनि प्रदोष व्रत हैं यह सावन का दूसरा प्रदोष व्रत
शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथा

शनि प्रदोष व्रत मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए बहुत ही खास माना जाता हैं वही आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि हैं साथ ही आज शनिवार भी पड़ा हैं हर त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखा जाता हैं शनिवार होने के कारण यह शनि प्रदोष व्रत हैं यह सावन का दूसरा प्रदोष व्रत हैंशनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथा प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शिव की पूरे विधि विधान के साथ आराधना की जाती हैं मगर आज शनिवार होने के कारण शनिदेव की भी पूजा और व्रत किया जाता हैं शनिदेव की आरती की जाती हैं और शनि चालीसा का पाठ भी होता हैं इसके अलावा यह व्रत शनिप्रदोष व्रत कथा के बिना पूरा नहीं माना जाता हैं ऐसे में इस व्रत को करने वाले जातक को व्रत की कथा जरूर पढ़नी चाहिए। तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं शनि प्रदोष व्रत की पूरी कथा।शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथा

कथा के अनुसार एक सेठ के घर में हर तरह की सुख सुविधाएं थी। मगर उसके पास कोई संतान नहीं थी। संतान सुख ना होने के कारण सेठ सेठानी दुखी रहते थे एक दिन सेठ ने तीर्थयात्रा पर जाने के लिए अपना सारा काम अपने नौकरों को सौंप दिया। शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथाउन्हें सारा काम काज सौंप कर सेठ सेठानी दोनों ही तीर्थयात्रा पर चले गए। जैसे ही दोनों नगर के बाहर पहुंचे तो उन्हें एक साधु नजर आए जो ध्यानमग्न थे। साधु ध्यानमग्न थे इसलिए सेठ सेठानी ने उन्हें परेशान नहीं किया और उनका आशीर्वाद पाने के लिए चुपचाप वहीं बैठ गए। कुछ देर बाद साधु ने अपनी आंखें खोली तो उन्होंने देखा कि सेठ सेठानी उनके पास बैठे हुए हैं। जैसे ही साधु ने उन्हें देखा वैसे ही वो उनका कष्ट जान गए। उन्होंने सेठ सेठानी से कहा कि उनके कष्ट से वह परिचित हैं और इसका उपाय भी उन्हें बता रहे हैं। शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथासाधु ने सेठ और सेठानी को शनि प्रदोष व्रत करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर वो इस व्रत को सच्चे मन से करेंगे तो उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती। उपाय बताने के साथ साथ साधु ने सेठ सेठानी को इस व्रत की विधि भी बताई। व्रत विधि सुनकर सेठ सेठानी ने साधु का आशीर्वाद लिया और तीर्थयात्रा करने निकल गए। जब वो तीर्थयात्रा से लौटे तो दोनों ने मिलकर शनिप्रदोष का व्रत किया। इसके फलस्वरूप उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई।शनि प्रदोष व्रत: आज कर रहे है शनि प्रदोष व्रत तो जरूर पढ़ें इससे जुड़ी पौराणिक कथा

Share this story