Samachar Nama
×

19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेव

साल 2019 अगर शनि का कहा जाए तो गलत नहीं होगा। कई दिनों तक अस्त होने के बाद 19 जनवरी को उदय होने के बाद 27 दिसंबर को अपने स्वरूप में नजर आयेगे। वही आपको बता दें कि इस पूरे साल उनका प्रभाव बना रहेगा। वही 30 अप्रैल से शनि वक्री होगे। वही बता दें
19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेव

साल 2019 अगर शनि का कहा जाए तो गलत नहीं होगा। कई दिनों तक अस्त होने के बाद 19 जनवरी को उदय होने के बाद 27 दिसंबर को अपने स्वरूप में नजर आयेगे। 19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेववही आपको बता दें कि इस पूरे साल उनका प्रभाव बना रहेगा। वही 30 अप्रैल से शनि वक्री होगे। वही बता दें की ये चार महीने उनके प्रभाव को महसूस करने ​के लिए बहुत खास होगे।19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेव

वही शनिदेव 15 दिसंबर को अस्त हो गए थे और करीब 33 दिनों के बाद आने वाली 19 जनवरी की सुबह 8 बजकर 28 मिनट पर इनका उदय होगा। वही शनिदेव के उदय होने के साथ ही मानव के करने योग शुभ कार्य में काफी गति आयेगी। 19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेववही धनु संक्रांति का मलमास 14 जनवरी को ही समाप्त हो चुका है। अब हिंदू धर्म के सभी मांगलिक कार्यों का प्रारम्भ भी हो चुका हैं। आपको बता दें कि शनि अपनी वलय, शक्ति, ऊर्जा से ही उदय या फिर अस्त हो जाते हैं। वही इस साल शनि के अस्त होने का वक्त करीब 33 दिनों का रहा गया हैं।19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेव

वही शास्त्रज्ञानियों के मुताबिक उदय के बाद ही वे 27 दिसंबर 2019 तक दिव्य अवस्था में रहने से सालभर ज्यादा प्रभावी शनिदेव के प्रभावों को भलिभाति आंका जा सकता हैं। शनि मनुष्य के कार्यों की ऊर्जा शक्ति को बढ़ाता हैं। वही न्याय और परिश्रम को बेहद ही पसंद करते हैं। 19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेववही न्याय और परिश्रम करने वाले व्यक्तियों पर शनि का कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता हैं। वही शनि के मार्गी और वक्री होने से साल के बीच में उनका प्रभाव अधिक बना रहता हैं। वही आपको बता दें कि अभी शनि धनु राशि पर गोचरस्थ हैं। 19 जनवरी को उदय होकर 30 अप्रैल से वक्री होंगे शनिदेव

Share this story