दूसरी शादी भी बन सकती है आपके जीवन की उमंग , दे इस रिश्ते को नई शुरुआत
जयपुर । कोई भी रिश्ता जन्म जन्मांतर तक चले यह जरूरी नही होता है । कई बार ऐसा होता है की हमारे जीवान के बहुत ही खूबसूरत रिश्ते में किसी न किसी कारण से अधूरापन आ जाता है । कभी हम पार्टनर के साथ ताल मेल नहीं बैठा पाते हैं इस कारण या फिर कई बार उनके इस दुनिया से चले जाने के कारण ।
ऐसे में कई लोग अपना जीवन अकेले ही बिताना पसंद करते हैं क्योंकि वह अंदर से बहुत टूट जाते हैं । उनको आगे लगता है की यदि हम किसी और से रिश्ता जोड़ेंगे भी तो कहीं वह फिर से उनको अकेला ना कर दे । पर यह सोच गलत है । लोग अपनों का मन रखने के लिए अपने जीवन को दूसरा मौका दे देते हैं । दूसरी शादी कर भी लेते हैं पर फिर भी रिश्ते में बहुत खाली पन बना ही रहता है ।
ऐसे जब आप दूसरी बार शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं तो इस बात को पूरी तरह से दिमाग से निकाल दें कि आप वही पुरानी गलती दोहरा सकते हैं या जो गलतियां हुईं उनका डर खुद पर हावी ना होने दें। अतीत को बांधकर नहीं रखना चाहिए बल्कि उससे सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए। ताकि जीवन में दोबारा उन भूलों के कारण तकलीफ ना हो।
इस रिश्ते की शुरुआत बिलकुल नई करे उनके साथ कभी भी बीते पलों को याद कर उनको बार बार याद ना दिलाएँ की उनसे ज्यादा कोई और आपके करीब रह चुका है । यह उनको आहात कर सकता है । जीवन में हो रही इस नई शुरुआत को नए और ताजगी भरे तरीके से इंजॉय करें। पुराने भावनात्मक अनुभवों की गठरी से बाहर फेंक दें। वर्तमान में जिएं।
कभी भी यह नकारात्मकता अपने रिश्ते में ना ले कर आए की यह विफल हो जाएगा । वह भी इस नए रिश्ते में अपने आपको सहज करने के लिए संघर्ष कर रहे होंगे और हो सकता है की वह खुद भी इसी डर में अपना समय और अपना जीवन काट रहे हों । उनके साथ अपना जीवन अनये सिरे से जीयेँ । यह नया रिश्ता आपके जीवन को नई उमंग से भर सकता है ।