वैज्ञानिकों ने खोज निकाला है 2000 साल पुराना मिस्त्र का इत्र 10 साल लग
जयपुर । आज कल हम बॉडी मिस्ट का उपयोग करते हैं उससे पहले जो काम में लिया जाता था वह परफ्यूम हुआ करता था उससे पहले जो कम में ल;इया जाता था वह होता था इत्र । हमारे शरीर को खुशबू से म्नहकाने के लिए हम इसका इस्तेमाल करते हैं । बहुत ही कम लोग जानते हिन की प्राचीन समय में इत्र का इस्तेमाल सिर्फ रानियाँ ही किया करती थी ।
वैज्ञानिकों की एक टिम एकै खास इत्र की खुशबु पर 10 साल से काम कर रही है थी उन्होने उस पीआर सफ़्क्ल्ता हासिल की और मिस्त्र का 2000 साल पुराना एक खास इत्र खोज निकाला है । इस इत्र को खास राजकुमारी क्लियोपट्रा लगाती थीं । यह काफी गाढ़ा है और जैतून के तेल जैसा दिखता है।
जैतून के तेल से दिखने वाले इस इत्र को बनाने में करीब 10 साल यानी एक दशक का समय लगा है। इस इत्र को बनाने के लिए वैज्ञानिकों की टीम ने कई विधियों का अध्ययन किया गया। इत्र बनाने के लिए इलायची, जैतून के तेल, दालचीनी और लोबान का इस्तेमाल किया गया है। इस इत्र की खुशबू बेहद तेज है कि इसका असर काफी समय तक रहता है।
इस इत्र को इजिप्ट के तेल-एल तिमाई में रखा था। वर्तमान में इसे अमेरिका के नेशनल जियोग्राफिक म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। इत्र किसी भी सुगान्धित वस्तु का वह हिस्सा होता है जो की बिलकुल प्योर और गाढ़ा होता है । इसको डायल्यूर्ट कर के ही बकली चीजों को0 बनाया जाता है ।