वैज्ञानिकों ने खोजा ऐसा बैक्टीरिया, जो खाता है ईंधन
जयपुर। हाल ही में वैज्ञानिकों ने समुद्र से एक ऐसे बैक्टीरिया की खोज की है, जिसका भोजन का मुख्य स्रोत तेल है। बताया जा रहा है कि ये समुद्र की 11,000 मीटर की गहराई में मिला है। जिसके शुरूआती अध्ययन में यह बात सामने आयी कि ये तेल का सेवन करता है।
चीन के ओशियन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने शोध करके इस जीव की खोज की है। उन्होंने इस शोध में एक विशेष तरह की पनडुब्बी का इस्तेमाल किया था। कहा जा रहा है कि इस खोज के माध्यम से जीव का पता लगाना विज्ञान के क्षेत्र में एक बहुत ही बड़ी खोज है।
इस खोज में समुद्र की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट को भी रखा गया। जिससे समुद्र के रास्ते जानने में आसानी हो। दरअसल ये ये खास तरह के बैक्टीरिया समुद्र की गहराई से तेल का सेवन करते है और फिर ईंधन के समान इसका उपयोग करते हैं।
कहा जा रहा है कि ऐसे ही कुछ मैक्सिकों की खाड़ी में भी पाये जाते है, जो तेल के रिसाव जैसी प्राकृतिक आपदाओं में तेल के रिसाव को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
इस शोध में शामिल लंदन की यूनिवर्सिटी आॅफ एंगोलिया के वैज्ञानिक जोनाथन टॉड ने बताया कि माइक्रोबियल पॉपुलेशन के सैंपलों को इक्कठा करने के लिए 11,000 मीटर की गहराई में जाना पड़ा और इसके बाद अध्ययन में सामने आया कि ये एक हाइड्रोकार्बन बैक्टीरिया का नया समूह है। जो केवल हाइड्रोजन और कार्बन परमााणुओं से बने होते है और ये कई जगह कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस सहित पाये जाते हैं।