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वैज्ञानिको ने की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसित

शोधकर्ताओं ने टूटी पसलियों को जोडने वाली इस नई तकनीक को लेकर इस बात का दावा किया है कि इसमें दर्द का भी सामना नही करना पड़ेगा और जल्दी ही टूटी पसलिया जुड जायेंगी।अमेरिका के करीब एक दर्जन मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने सर्जिकल स्टेबलाइजेशन ऑफ रिब फ्रैक्चर प्रक्रिया का सफल परीक्षण करते हुए इस बात का दावा किया है
वैज्ञानिको ने  की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसित

जयपुर।आज के इस वैज्ञानिक युग में जहां हर जगह एक नई तकनीक विकसित की जा रही है।जिससे कि मानव जाति को अधिकाधिक लाभ मिलता है और परिणाम भी अच्छे आते है।वही अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई सर्जरी की एक प्रक्रिया विकसित की है, जो कि मानव शरीर की टूटी पसलियों को जल्दी जोड़ने में कारगार साबित हो सकती है।शोधकर्ताओं ने इस नई तकनीक को लेकर इस बात का दावा किया है कि इसमें दर्द का भी सामना नही करना पड़ेगा और जल्दी ही टूटी पसलिया जुड जायेंगी।

वैज्ञानिको ने  की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसितवहीं इस समय टूटी पसलियों को लेकर किए जाने वाले मौजूदा उपचार में टूटी पसलियों को जोड़ने की प्रक्रिया में लंबे समय तक दर्द का सामना करना पड़ता है।इस नई सर्जरी की इस तकनीक पर अमेरिका के करीब एक दर्जन मेडिकल

वैज्ञानिको ने  की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसितसेंटर के शोधकर्ताओं ने सर्जिकल स्टेबलाइजेशन ऑफ रिब फ्रैक्चर प्रक्रिया का सफल परीक्षण करते हुए इस बात का दावा किया है कि यह आने वाले समय में मानव के लिए हितकर बनने वाली है।शोधकर्ताओं ने बताया है कि इस नई सर्जरी की प्रक्रिया में फ्रैक्चर के दोनों छोर को एक प्लेट के द्वारा जोड़ा जाता है और यह टूटी पसली के पूरी तरह ठीक होने की पूरी

वैज्ञानिको ने  की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसितप्रक्रिया के दौरान लगा रहता है।इसे सफल प्रयोग के बारे में जानकारी देते हुए शोधकर्ताओं ने बताया कि तीन या ज्यादा पसलियों के टूटने के कारण इस नई सर्जरी की तकनीक से गुजरने वाले रोगियों ने इस प्रक्रिया में मामूली दर्द होने की

वैज्ञानिको ने  की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसितबात बताई है।इसके अलावा मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के वैज्ञानिको का मानना है कि इस नई तकनीक से फेफड़ों की समस्या से पीड़ित लोगों को भी अधिक लाभ होने की संभावना बनी हुई है।

शोधकर्ताओं ने टूटी पसलियों को जोडने वाली इस नई तकनीक को लेकर इस बात का दावा किया है कि इसमें दर्द का भी सामना नही करना पड़ेगा और जल्दी ही टूटी पसलिया जुड जायेंगी।अमेरिका के करीब एक दर्जन मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने सर्जिकल स्टेबलाइजेशन ऑफ रिब फ्रैक्चर प्रक्रिया का सफल परीक्षण करते हुए इस बात का दावा किया है वैज्ञानिको ने की टूटी पसलियों की सर्जरी की नई तकनीक विकसित

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