Samachar Nama
×

गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

वैज्ञानिकों एक टीम ने गंगा के पानी पर शोध किया। शोध के बाद उनका मानना था कि गंगा के पानी में एक खास वायरस पाये जाते है, तो इसका खराब होने से बचाते है। इस पर इससे पहले भी 1890 के दशक में एक शोध किया गया था। जिसमें ब्रिटिश मशहूर वैज्ञानिक अर्नेस्ट हैन्किन शामिल थे।
गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

जयपुर। कहा जाता है कि गंगा का पानी किसी औ​षधि से कम नहीं है। इसके पानी से अनेक रोगों को दूर किया जा सकता है। आपने अपने बड़ो से भी इस पानी की तारिफ करते हुए कई बार सुना होगा। एक अध्ययन के बाद खुलासा हुआ है कि गंगा के पानी को लोगों के द्वारा इतना गंदा किया गया है फिर भी इस पानी में किडे नहीं पड़े, इस पानी से कभी भी बदबू नही आती है।

गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

लोगों द्वारा इसमें कचरा डाला जाता है, लाशे फैंकी जाती है, नाले का पानी इसमें छोड़ा जाता है। इसके बावजूद इसका अस्तित्व वैसे का वैसा ही है।

गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

जब इस बात का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने इस पर रिसर्च किया तो उनके सामने ये बात सामने आयी कि इस पानी में एक ऐसा खास वायरस पाया जाता है, जिससे पानी में कभी कोई खराबी नही आती है। इससे 1890 में किये गये एक शोध को जोड़ा गया, इस शोध को ब्रिटिश ​के मशहूर वैज्ञानिक अर्नेस्ट हैन्किन ने किया था।

उन्होंने शोध में कहा था कि उस समय देश में हैजा फैला हुआ था। लोग हैजा से मरने वाले लोगों की लाश को गंगा नदी में फैंक कर जा रहे थे। इसके लिए उनके मन ये डर बैठा हुआ था कि इन लाशों से गंगा में नहाने वालों को भी हैजा न हो जाये। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

तभी उनकों इस बात पर आश्चर्य हुआ क्योंकि उन्होंने इससे पहले भी यूरोप के गंदे पानी पर रिसर्च किया था, उस पानी को पीने वाले लोगे ​बीमार पड़ गये थे। लेकिन गंगा के पानी से किसी को कुछ भी नुकसान नहीं हो रहा था। इसी को मानते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि गंगा के पानी में वाकई में कोई जादुई रहस्य छुपा है।

 

वैज्ञानिकों एक टीम ने गंगा के पानी पर शोध किया। शोध के बाद उनका मानना था कि गंगा के पानी में एक खास वायरस पाये जाते है, तो इसका खराब होने से बचाते है। इस पर इससे पहले भी 1890 के दशक में एक शोध किया गया था। जिसमें ब्रिटिश मशहूर वैज्ञानिक अर्नेस्ट हैन्किन शामिल थे। गंगा के पानी को वैज्ञानिकों ने माना अद्भुध्,जो करता है लोगों पर जादू

Share this story